समयसीमा के आधार पर व्यापार समझौता नहीं, राष्ट्र हित सबसे ऊपरः गोयल

समयसीमा के आधार पर व्यापार समझौता नहीं, राष्ट्र हित सबसे ऊपरः गोयल

समयसीमा के आधार पर व्यापार समझौता नहीं, राष्ट्र हित सबसे ऊपरः गोयल
Modified Date: July 4, 2025 / 08:25 pm IST
Published Date: July 4, 2025 8:25 pm IST

नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत समयसीमा के आधार पर कोई व्यापार समझौता नहीं करता है और अमेरिका के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते को तभी स्वीकार करेगा जब यह पूरी तरह अंतिम रूप ले लेगा, ठीक से संपन्न होगा और राष्ट्रहित में होगा।

गोयल ने यहां संवाददाताओं से यह भी कहा कि भारत यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, अमेरिका, चिली और पेरू सहित विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर बातचीत कर रहा है।

उन्होंने अमेरिका के साथ प्रस्तावित अंतरिम व्यापार समझौते के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह एफटीए तभी संभव है जब यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हो।

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गोयल ने कहा, ‘राष्ट्रीय हित हमेशा सबसे ऊपर होना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए यदि कोई समझौता होता है तो भारत विकसित देशों के साथ करार करने के लिए हमेशा तैयार है।’

अमेरिका के साथ अंतरिम व्यापार समझौता नौ जुलाई तक हो पाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, ‘भारत कभी भी समयसीमा या निर्धारित समय के आधार पर कोई व्यापार समझौता नहीं करता है। जब समझौता अच्छी तरह हो जाएगा, पूरी तरह से अंतिम रूप ले लेगा और देश के हित में होगा, तभी हम इसे स्वीकार करेंगे।’

उन्होंने कहा कि फिलहाल व्यापार वार्ता के लिए वाशिंगटन जाने की कोई योजना नहीं है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले उत्पादों पर दो अप्रैल को 26 प्रतिशत का अतिरिक्त जवाबी शुल्क लगा दिया था। हालांकि कुछ दिन बाद ही इसे 90 दिनों के लिए यानी नौ जुलाई तक के लिए टाल दिया गया था। इस बीच, अमेरिका द्वारा लगाया गया 10 प्रतिशत मूल शुल्क अभी भी लागू है।

नौ जुलाई की समयसीमा खत्म होने के पहले भारत और अमेरिका एक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इसके लिए दोनों पक्षों के अधिकारियों और मंत्रियों के स्तर पर कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं।

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भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण


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