Fraud of discounts and offers: त्योहारी सीजन में न आये कंपनियों के डिस्काउंट और ऑफर के झांसे में.. पड़ जायेंगे लेने के देने, जानें शॉपिंग की सावधानियां
अपने बचे हुए माल को फेस्टिवल सीजन में खत्म करने के लिए उन पर ज्यादा डिस्काउंट देने का दावा करती है। ऐसे में छूट 70 फीसदी तक पहुंच जाते है।
Online Shopping discounts and offers Fraud
Online Shopping discounts and offers Fraud: मुंबई। भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी हैं। जाहिर हैं अब बड़े पैमाने पर लोग शॉपिंग की सोच रहे है। आम लोग डिस्काउंट और ऑफर के फेर में ऐसे ऑनलाइन और ऑफलाइन कंपनियों, दुकानों की तलाश में रहते हैं जहां से उन्हें कीगेटी कीमतों में जूते, कपडे और दूसरे सामान उपलब्ध हो जाये। हालांकि डिस्काउंट और ऑफर के फेर में ग्राहक को कई दफे लेने के देने भी पड़ जाते हैं। आम ग्राहक इन कंपनियों के छिपी हुई सेवा और शर्तों को नहीं भांप पाते और अपना तगड़ा नुकसान करा बैठते हैं। तो आज हम आपको बता रहे सुरक्षित और किफायती शॉपिंग के आसान तरीके जो आपको फायदा भले न दे लेकिन आपको नुकसान से जरूर बचाएगा।
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Tips to shop online during the festive season
तैयार करें तय बजट
फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन कंपनियां बिक्री बढ़ाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाती हैं। इनमें लिमिटेड टाइम ऑफर, गिफ्ट ऑफर, लिमिटेड स्टॉक सेल्स आदि शामिल होते हैं। ये तरीके ऑफलाइन रिटेलर्स और ई-कॉमर्स दोनों तरह की कंपनियां अपनाती हैं। ऐसे में आपको कंपनियों की प्रेशर टैक्टिस से बचने की कोशिश करनी चाहिए। बेहतर होगा कि आप पहले से एक बजट बना लें और फिर उसके अनुसार ही जरूरी सामानों की खरीदी-बिक्री करें।
डिस्काउंट के झांसे में ना आये
Online Shopping discounts and offers Fraud: अपने बचे हुए माल को फेस्टिवल सीजन में खत्म करने के लिए उन पर ज्यादा डिस्काउंट देने का दावा करती है। ऐसे में छूट 70 फीसदी तक पहुंच जाते है। ग्राहक ज्यादा डिस्काउंट का फायदा उठाने के लिए तुंरत उसे खरीदना भी शुरू कर देते हैं। बाद में पता चलता है कि जो मॉडल आपने पर्चेस है, वह तो काफी पहले बंद हो चुका है।
छिपे सेवा शुल्क का रखे ध्यान
शिपिंग फीस, हैंडलिंग फीस, डिलीवरी चार्ज, कनवेनिएंस फीस, पेमेंट प्रोसेसिंग फीस छुपी हुई फीस के उदाहरण हैं। त्योहारी सीजन में खरीदारी करते वक्त ऐसी छुपी हुई फीस का ध्यान रखना जरूरी है। जल्दबाजी में ग्राहक खरीदारी करते हैं। बाद में उन्हें पता चलता है कि उन्हें कुछ ऐसी फीस चुकानी है, जिसके बारे में उन्हें पहले पता नहीं था।

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