चालू वित्त वर्ष में पॉल्ट्री क्षेत्र का राजस्व 4-6 प्रतिशत बढ़ेगा : क्रिसिल
चालू वित्त वर्ष में पॉल्ट्री क्षेत्र का राजस्व 4-6 प्रतिशत बढ़ेगा : क्रिसिल
मुंबई, 11 नवंबर (भाषा) ग्रामीण मांग में वृद्धि, मांस की प्रति व्यक्ति खपत बढ़ने और प्रोटीन युक्त आहार के प्रति बढ़ती पसंद की वजह से खपत में लगातार वृद्धि के कारण पॉल्ट्री क्षेत्र में वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान राजस्व में 4-6 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
हालांकि, क्रिसिल रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष की पहली छमाही में ब्रॉयलर की कम कीमतों के कारण परिचालन मार्जिन में 0.8 से एक प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कम लाभप्रदता के बावजूद, पॉल्ट्री कंपनियों का क्रेडिट प्रोफाइल स्थिर दिख रहा है, जो मामूली पूंजीगत व्यय, सीमित ऋण वृद्धि और स्थिर प्राप्ति द्वारा समर्थित है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मूल्य के हिसाब से पॉल्ट्री उद्योग में लेयर या अंडा खंड का योगदान 55 प्रतिशत है, और शेष 45 प्रतिशत ब्रॉयलर खंड का है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ब्रॉयलर खंड में, कम प्राप्तियों के कारण इस वित्त वर्ष में राजस्व वृद्धि 1-3 प्रतिशत तक धीमी रहने की संभावना है।
इसमें कहा गया, ‘‘इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में थोक ब्रॉयलर की कीमतें सालाना आधार पर 20 प्रतिशत गिरकर 110-115 रुपये प्रति किलोग्राम रह गईं, क्योंकि कम गर्मी और जल्दी मानसून के कारण पक्षियों का वजन अपेक्षाकृत अधिक रहा और इसलिए आपूर्ति में अधिशेष की स्थिति रही।’’
क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक जयश्री नंदकुमार ने कहा, ‘‘इसके बाद, त्योहारी सत्र की शुरुआत के साथ, ब्रॉयलर की कीमतों में सुधार होने लगा है। फिर भी, चालू वित्त वर्ष में ब्रॉयलर की औसत कीमतें सालाना आधार पर 4-6 प्रतिशत कम रहेंगी।’’
क्रिसिल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि इस वित्त वर्ष में ब्रॉयलर खंड में बिक्री 6-8 प्रतिशत बढ़कर 5.86 लाख टन हो जाएगी।
क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा कि लेयर या अंडा खंड में, बिक्री 4-6 प्रतिशत बढ़कर 15,750 करोड़ अंडों तक पहुंच सकती है, जबकि स्थिर मांग के बीच कीमतों में 2-4 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा सकती है।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय

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