प्रस्तावित कीटनाशक विधेयक से कीटनाशक हो सकते हैं महंगे: सीसीएफआई

प्रस्तावित कीटनाशक विधेयक से कीटनाशक हो सकते हैं महंगे: सीसीएफआई

प्रस्तावित कीटनाशक विधेयक से कीटनाशक हो सकते हैं महंगे: सीसीएफआई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: December 11, 2020 12:08 pm IST

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) कृषि रसायन कंपनियों के संगठन क्रॉप केयर फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीसीएफआई) ने शुक्रवार को कहा कि प्रस्तावित कीटनाशक प्रबंधन विधेयक की वजह से देश में कीटनाशकों की जबरदस्त कमी हो जाएगी और जरूरी वस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ेंगे।

सीसीएफआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘प्रस्तावित कीटनाशक प्रबंधन विधेयक 2020 के कृषि क्षेत्र पर दूरगामी प्रभाव होंगे और इसका किसानों की आय पर बुरा असर पड़ेगा। विधेयक की वजह से कीटनाशकों की जबरदस्त कमी हो जाएगी और जरूरी वस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ेंगे।’’

इस विधेयक को मार्च 2020 में राज्यसभा में पेश किया गया था और संसद के अगले सत्र में इसे पारित करने के लिए फिर से प्रस्तुत किया जा सकता है। यह विधेयक मौजूदा कीटनाशक अधिनियम 1968 की जगह लेगा, जो कीटनाशकों के आयात, विनिर्माण, बिक्री, वितरण और उपयोग को विनियमित करता है।

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सीसीएफआई के अध्यक्ष (तकनीकी समिति) अजीत कुमार ने कहा कि प्रस्तावि विधेयक की धारा 23 के तहत 1968 अनिनियम के तहत पंजीकृत कीटनाशकों को दोबारा पंजीकरण कराना होगा और साथ ही पंजीकरण के संबंध में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित नहीं की गई है।

भाषा पाण्डेय मनोहर

मनोहर


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