रिलायंस डिफेंस ने कोस्टल मैकेनिक्स के साथ समझौता किया, रक्षा एमआरओ बाजार पर नजर

रिलायंस डिफेंस ने कोस्टल मैकेनिक्स के साथ समझौता किया, रक्षा एमआरओ बाजार पर नजर

रिलायंस डिफेंस ने कोस्टल मैकेनिक्स के साथ समझौता किया, रक्षा एमआरओ बाजार पर नजर
Modified Date: June 30, 2025 / 04:45 pm IST
Published Date: June 30, 2025 4:45 pm IST

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा प्रवर्तित रिलायंस डिफेंस लिमिटेड ने कोस्टल मैकेनिक्स इंक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस समझौते से दोनों कंपनियों को भारत के 20,000 करोड़ रुपये के रक्षा रखरखाव, मरम्मत, ओवरहॉल (एमआरओ) और उन्नयन बाजार में अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

कोस्टल मैकेनिक्स अमेरिकी रक्षा विभाग की अधिकृत ठेकेदार है।

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रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बयान में कहा कि यह साझेदारी भारतीय सशस्त्र बलों के लिए समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके तहत 100 से अधिक जगुआर लड़ाकू विमान, 100 से अधिक मिग-29 लड़ाकू विमान, अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर का बेड़ा, एल-70 एयर डिफेंस गन और अन्य विरासत प्रणालियां जैसे महत्वपूर्ण मंचों की एक विस्तृत श्रृंखला को लक्षित किया जाएगा, जिन्हें दीर्घकालिक रखरखाव और आधुनिकीकरण की आवश्यकता है।

बयान के अनुसार, रिलायंस डिफेंस और कोस्टल मैकेनिक्स महाराष्ट्र के मिहान में एक संयुक्त उद्यम भी स्थापित करेंगी, जो भारत और निर्यात बाजारों दोनों को सेवा देगा।

बयान में कहा गया है कि यह संयुक्त उद्यम सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न वायु और भूमि रक्षा मंचों के लिए पूर्ण एमआरओ और उन्नयन सेवाएं प्रदान करेगा।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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