त्योहारी मौसम में आपूर्ति बढ़ाने के लिए खरीफ प्याज पर जोर देने का अनुरोधः उपभोक्ता मामले सचिव
त्योहारी मौसम में आपूर्ति बढ़ाने के लिए खरीफ प्याज पर जोर देने का अनुरोधः उपभोक्ता मामले सचिव
नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कृषि मंत्रालय से सर्दियों के मौसम में त्योहारों के समय प्याज की कीमतों में तेजी की आशंका से बचने के लिए खरीफ सत्र वाली प्याज पर अधिक जोर और प्रोत्साहन देने को कहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
आम तौर पर, सर्दी के मौसम में प्याज की कीमतें बढ़ जाती हैं, क्योंकि रबी सत्र में उपजी प्याज का भंडार खत्म हो जाता है और खरीफ सत्र की प्याज का भंडारण किया नहीं जा सकता है। इस समय खरीफ प्याज की बुवाई चल रही है।
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि सर्दियों में त्योहार के दौरान खरीफ प्याज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कुमार ने कहा, ‘‘सर्दियों के दौरान प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हमने कृषि मंत्रालय से खरीफ प्याज पर अधिक जोर और प्रोत्साहन देने का अनुरोध किया है। कैबिनेट सचिव की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में भी इस बिंदु पर जोर दिया गया।’’
उन्होंने कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष 2023 में देश का प्याज उत्पादन 319 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 324 लाख टन से थोड़ा कम है। प्याज का उत्पादन दो मौसमों रबी तथा खरीफ में होता है।
उपभोक्ता मामलों के सचिव ने कहा, ‘219 लाख टन रबी प्याज की फसल पहले ही आ चुकी है। बाकी 100 लाख टन खरीफ और देर से आने वाली खरीफ प्याज फसल से आएगी, जो सर्दियों के मौसम में प्याज की मांग को पूरा करेगी।’
उन्होंने कहा कि पूरे कैलेंडर वर्ष में प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित होते ही इसकी कीमतें घट जाएंगी। ये फसलें मौसमी हैं और कभी न कभी इनकी कमी होगी।
उन्होंने कहा, ‘यदि आप उत्पादन को भंडारण से जोड़ते हैं तो कीमतों में बढ़ोतरी से बचा जा सकता है।’
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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