बिस्किट की तरह टूट गया 90 हजार का ये फोन, वीडियो देख ग्राहकों के उड़े होश
ROG Phone 6 broke like a biscuit बिस्किट की तरह टूट गया 90 हजार का ये फोन, वीडियो देख ग्राहकों के उड़े होश
ROG Phone 6 broke like a biscuit
ROG Phone 6 broke like a biscuit: नई दिल्ली। जब स्मार्टफोन की बिल्ट-क्वालिटी की बात आती है तो फोन निर्माता बड़े-बड़े वादे करते हैं। आप एक सस्ते फोन से खराब बिल्ड क्वालिटी की उम्मीद कर सकते हैं लेकिन महंगे फोन से बिल्कुल भी नहीं। हाई क्वालिटी मेटल फ्रेम, गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन समेत कई ऐसी चीजें हैं, जिनके दमपर हमारे मॉडर्न स्मार्टफोन मजबूत और टिकाऊ होने का दावा करते हैं। लेकिन क्या वे वाकई टिकाऊ हैं? हाल ही में एक वीडियो सामने आया जिसमें आसुस का महंगा फोन बिस्किट की तरह दो हिस्सों में टूट गया।
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वीडियो सामने आने के बाद हर कोई हैरान है, खासतौर से इसके ग्राहक, जिन्होंने फोन पर मोटी रकम खर्च की है। दरअसल हम बात कर रहे हैं Asus ROG Phone 6 Pro की। दरअसल एक यूट्यूबर ने फोन का बेंड टेस्ट किया, जिसमें फोन को आसानी से दो हिस्सों में टूटता देख हर कोई हैरान है।
पॉपुलर यूट्यूबर ने किया फोन का बेंड टेस्ट
दरअसल, यूट्यूब चैनल जेरी रिग एवरीथिंग के बेंड टेस्ट एक्सपर्ट जैक ने सफेद रंग के आरओजी फोन 6 प्रो पर अपना सिग्नेचर स्ट्रेस टेस्ट किया। पहले तो लगा कि सब कुछ ठीक चल रहा है। आरओजी फोन 6 में डिस्प्ले के लिए गोरिल्ला ग्लास विक्टस प्रोटेक्शन है। स्क्रैच टेस्ट में, फोन में, लेवल 7 पर गहरे स्क्रैच और लेवल 6 पर मामूली स्क्रैच दिखाई दिए। बेंड टेस्ट शुरू होने तक फोन की मजबूती पर्याप्त थी।
पहली ही कोशिश में टूट जाता है फोन
ROG Phone 6 broke like a biscuit: लेकिन बेंड टेस्ट में आरओजी फोन 6 बुरी तरह फेल हो जाता है। दरअसल, पहली ही कोशिश में, ROG Phone 6 आसानी से टूट जाता है। फ्रेम बीच से टूट जाता है और गोरिल्ला ग्लास विक्टस प्रोटेक्शन होने के बावजूद फोन दो हिस्सों में बंट जाता है और फोन का बैक पैनल बुरी तरह से खराब हो जाता है।
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आरओजी फोन 6 प्रो में वेंट के साथ एक कॉम्प्लेक्स स्ट्रैक्चर है जो एक्सट्रीम परफॉर्मेंस देने में मदद करती है। हालांकि वास्तविक दुनिया में, अधिकांश स्मार्टफ़ोन को इस तरह के एक्सट्रीम स्ट्रेस टेस्ट से नहीं गुजरना पड़ता है और इसका अधिकांश दबाव जेब में होता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये फोन केस में काफी समय बिताते हैं, यही वजह है कि वे वास्तविक दुनिया में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

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