नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) स्वतंत्र निदेशकों के संदर्भ में नियामकीय ढांचे को मजबूत करने की तैयारी कर रहा है।
सेबी ने सोमवार को स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति और उन्हें हटाने को लेकर दोहरी मंजूरी प्रणाली का प्रस्ताव किया। इसके अलावा नियामक ने ऐसे निदेशकों के इस्तीफा पत्र के खुलासे को लेकर भी ऐसी ही व्यवस्था का प्रस्ताव किया है।
सेबी ने एक उल्लेखनीय कदम उठाते हुए सुझाव दिया है कि दोहरी मंजूरी प्रणाली के तहत स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति को ‘बहुलांश अल्पांश शेयरधारकों’ की मंजूरी ली जानी चाहिए। अल्पांश शेयरधारकों से आशय प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह से अलग शेयरधारकों से है।
इसके साथ ही नियामक ने सुझाव दिया है कि स्वतंत्र निदेशकों को मुनाफे से जुड़े कमीशन के बजाय ईएसओपी दिया जा सकता है। नियामक ने सोमवार को स्वतंत्र निदेशकों से जुड़े नियामकीय प्रावधानों की समीक्षा को परिचर्चा पत्र जारी किया।
भाषा अजय अजय रमण
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