कमजोर वैश्विक रुख से सेंसेक्स 638 अंक टूटा, बैंक, वाहन शेयरों में बिकवाली |

कमजोर वैश्विक रुख से सेंसेक्स 638 अंक टूटा, बैंक, वाहन शेयरों में बिकवाली

कमजोर वैश्विक रुख से सेंसेक्स 638 अंक टूटा, बैंक, वाहन शेयरों में बिकवाली

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:47 PM IST, Published Date : October 3, 2022/6:34 pm IST

मुंबई, तीन अक्टूबर (भाषा) वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 638 अंक से अधिक का गोता लगाकर बंद हुआ। बैंक, वाहन और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।

शुक्रवार को अच्छी तेजी के उलट तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 638.11 अंक यानी 1.11 प्रतिशत टूटकर 56,788.81 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 743.52 अंक तक नीचे चला गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 207 अंक यानी 1.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,887.35 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में मारुति सुजुकी का शेयर सबसे अधिक 3.16 प्रतिशत नुकसान में रहा। हिंदुस्तान यूनिलीवर 2.77 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 2.55 प्रतिशत, आईटीसी 2.32 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 2.26 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक 2.15 प्रतिशत और कोटक महिंद्रा बैंक 2.03 प्रतिशत के नुकसान में रहे।

दूसरी तरफ डॉ. रेड्डीज, एनटीपीसी, भारती एयरटेल और विप्रो लाभ में रहे।

सेंसेक्स में शुक्रवार को 1016.96 अंक जबकि निफ्टी 276.25 अंक की तेजी आई थी।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार में सप्ताह की शुरूआत कमजोर रही और यह एक प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख से बाजार नीचे आया।’’

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘प्रतिकूल आर्थिक परिदृश्य और निवेशकों के जोखिम लेने से बचने को देखते हुए वैश्विक बाजारों में दबाव बना रह सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आर्थिक आंकड़े अनुकूल नहीं होने से वैश्विक बाजारों में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में यूके पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) 50 से नीचे है जो अर्थव्यवस्था में संकुचन को बताता है।’’

नायर ने कहा, ‘‘मांग नरम होने से भारत में विनिर्माण पीएमआई सितंबर में हल्का कम होकर 55.1 रहा। इसके परिणामस्वरूप दवा और तेल शेयरों को छोड़कर सभी क्षेत्रों पर बिकवाली दबाव रहा।’’

एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की बढ़त में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। यूरोप में ऊर्जा की भारी किल्लत को लेकर चेतावनी के बीच तेल के दाम में तीन डॉलर प्रति बैरल से अधिक की वृद्धि के साथ शेयर बाजार में गिरावट आई।

अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को गिरावट रही।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 3.90 प्रतिशत उछलकर 88.46 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,565.31 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजार से सितंबर महीने में 7,600 करोड़ रुपये निकाले हैं।

भाषा

रमण अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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