डीएचएफएल के शेयर पिरामल के नियंत्रण में जाने के बाद शेयर बाजार से वापस लिए जा सकते हैं

डीएचएफएल के शेयर पिरामल के नियंत्रण में जाने के बाद शेयर बाजार से वापस लिए जा सकते हैं

डीएचएफएल के शेयर पिरामल के नियंत्रण में जाने के बाद शेयर बाजार से वापस लिए जा सकते हैं
Modified Date: November 29, 2022 / 08:48 pm IST
Published Date: June 7, 2021 2:32 pm IST

नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) कर्ज बोझ में दबी आवास वित्तपोषण सेवा कंपनी डीएचएफएल के शेयर पिरामल कैपिटल एण्ड हाउसिंग फाइनेंस द्वारा उसका अधिग्रहण पूरा कर लिये जाने के बाद शेयर बाजार से हट सकते हैं। सूत्रों ने इस तरह की योजना के संकेत दिए हैं।

डीएचएफएल के लिये बोली लगाने वाली कंपनियों में पिरामल कैपिटल सफल रही है।

दिवाला एवं रिण शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) प्रक्रिया के तहत डीएचएफएल के अधिग्रहण की बोली लगाने वालों में पिरामल कैपिटल एण्ड हाउसिंग फाइनेंस की बोली को यूनियन बैंक आफ इंडिया की अगुवाई वाले रिणदाता समूह ने मंजूरी दी थी।

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सूत्रों का कहना है कि आईबीसी के दिशानिर्देशों और सेबी के सूचीबद्धता समाप्त करने के नियमों के मुताबिक डीएचएफसी का अधिग्रहण होने के बाद उसके शेयरों को बाजार से सूचीबद्धता समाप्त हो जायेगी। इसके अलावा सूत्रों का कहना है कि कंपनी खुद को डीएचएफएल में ही विलय कर सकती है। इसके लिये सभी विधायी, नियामकीय मंजूरियों के बाद ही कदम आगे बढ़ाया जा सकता है।

राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने डीएचएफएल के लिये पिरामल समूह की बोली को सोमवार को सशर्त मंजूरी दे दी। एच पी चतुर्वेदी की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने कहा कि उसकी मंजूरी इस संबंध में राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) और कंपनी के पूर्व प्रवर्तक कपिल वधावन की याचिका पर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर निर्भर करेगी।

भाषा

महाबीर मनोहर

मनोहर


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