SML Isuzu Acqiusition: बस बनाने वाली कंपनी का अधिग्रहण तय, शेयर में भारी गिरावट, निवेशकों की बढ़ी बेचैनी!
SML Isuzu Acqiusition: बस बनाने वाली कंपनी का अधिग्रहण तय, शेयर में भारी गिरावट, निवेशकों की बढ़ी बेचैनी!
(SML Isuzu Acqiusition, Image Source: IBC24 Customize)
- महिंद्रा एंड महिंद्रा करेगी 58.96% हिस्सेदारी का अधिग्रहण।
- डील की कुल कीमत लगभग 1,140 करोड़ रुपये होगी।
- शेयरों में 10% की तेज गिरावट देखने को मिली।
SML Isuzu Acquisition: सोमवार, 28 अप्रैल को SML Isuzu Limited के शेयरों में 10% की भारी गिरावट देखने को मिली और शेयर 1,596.10 रुपये पर आ गया। इस गिरावट की बड़ी वजह महिंद्रा एंड महिद्रा द्वारा कंपनी के अधिग्रहण की घोषणा को माना जा रहा है। महिंद्रा एंड महिंद्रा SML Isuzu में 59.96% हिस्सेदारी खरीदेगी और इसके लिए 555 करोड़ रुपये खर्च करेगी। महिंद्रा एंड महिंद्रा सुमितोमो कॉर्पोरेशन की पूरी 43.96% हिस्सेदारी और Isuzu Motors Limited की 15% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
शेयरों की ट्रेडिंग बंद नहीं होगी
निवेशकों के बीच अब यह सवाल उठ रहा है कि अधिग्रहण के बाद क्या SML Isuzu के शेयर NSE और BSE से डीलिस्ट हो जाएंगे? इस पर कंपनी के मैनेजमेंट ने स्पष्ट किया कि SML Isuzu एक लिस्टेड कंपनी बनी रहेगी। वहीं, अधिग्रहण के समय महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब 1% बढ़कर 2,893 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जबकि SML Isuzu के शेयर निचले स्तर पर था।

सौदे की पूरी जानकारी
मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, महिंद्रा एंड महिंद्रा इस पूरी डील में लगभग 1,140 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है। फिलहाल एसएमएल इसुजु का मूल्य वित्त वर्ष 2025 के अनुमानित पी/ई रेशियो के हिसाब से 16-18 गुना है, जबकि अशोक लीलैंड जैसे अन्य वाणिज्यिक वाहन निर्माता 20 गुना के पी/ई पर ट्रेड कर रहे हैं।
पहले भी खरीददारों ने दिखाई थी रुचि
2023 में जेबीएम ऑटो और अशोक लीलैंड भी SML Isuzu को खरीदने की रूचि दिखा चुके थे। हालांकि, अशोक लीलैंड ने बाद में साफ किया था कि वह इस डील शामिल नहीं है। फिलहाल, SML Isuzu के शेयर 10% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है और जेबीएम ऑटो तथा अशोक लीलैंड के शेयर भी घाटे में है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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