नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट (एसपीई) ने कहा है कि वह अपनी भारतीय इकाई तथा जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के विलय सौदे को प्रभावित करने वाले घटनाक्रमों पर निगाह रखेगी।
एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पुनीत गोयनका के खिलाफ भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अंतरिम आदेश के मद्देनजर कंपनी ने यह बयान जारी किया है। एसपीई का कहना है कि वह सेबी के अंतरिम आदेश को काफी गंभीरता से लेती है।
कंपनी ने कहा कि सेबी के सुभाष चंद्रा तथा पुनीत गोयनका के खिलाफ अंतरिम आदेश के बाद मीडिया में कई तरह की अटकलें चल रही हैं जिनमें जी के सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) में विलय की योजना के भविष्य पर अटकलें लगाई गई हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘हम सेबी के अंतरिम आदेश को काफी गंभीरता से लेते हैं और इस सौदे को प्रभावित करने वाले घटनाक्रमों पर हमारी निगाह है।’’
सेबी ने चंद्रा और गोयनका के किसी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक या प्रबंध स्तर का कोई पद लेने की अंतरिम रोक लगा दी है। चंद्रा और गोयनका दोनों ने सेबी के अंतरिम आदेश को प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) में चुनौती दी है।
बाजार नियामक ने चंद्रा और गोयनका के खिलाफ यह कार्रवाई जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. के कोष को ईधर-उधर करने के लिए की है।
भाषा अजय अजय
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