कम आवक, त्योहारी मांग से सोयाबीन तेल-तिलहन, बिनौला में सुधार

कम आवक, त्योहारी मांग से सोयाबीन तेल-तिलहन, बिनौला में सुधार

कम आवक, त्योहारी मांग से सोयाबीन तेल-तिलहन, बिनौला में सुधार
Modified Date: August 6, 2025 / 07:25 pm IST
Published Date: August 6, 2025 7:25 pm IST

नयी दिल्ली, छह अगस्त (भाषा) त्योहारी मांग के बीच किसानों की तरफ से मंडियों में कम आवक आने और डी-ऑयल्ड केक (डीओसी) की स्थानीय मांग के कारण घरेलू तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन तेल-तिलहन के दाम सुधार के साथ बंद हुए जबकि छिटपुट मांग से बिनौला तेल कीमतों में भी सुधार आया।

सामान्य एवं सुस्त कामकाज के बीच सरसों एवं मूंगफली तेल-तिलहन, कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल के दाम पूर्वस्तर पर स्थिर रहे।

 ⁠

मलेशिया एक्सचेंज में घट-बढ़ है जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में सुधार है।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मुख्यत: सोयाबीन डीओसी की स्थानीय मांग बढ़ने और आगामी त्योहारों की मांग के बीच किसानों की आवक कम रहने से सोयाबीन तेल-तिलहन कीमतों में मजबूती आई। शिकागो एक्सचेंज की मजबूती का भी इन तेल-तिलहन पर आंशिक अनुकूल असर हुआ।

इसके अलावा नमकीन बनाने वाली कंपनियों की छिटपुट मांग निकलने से बिनौला तेल कीमत में भी सुधार देखने को मिला।

सामान्य व सुस्त कामकाज के बीच बाकी तेल-तिलहनों के दाम पूर्वस्तर पर स्थिर बने रहे।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 7,250-7,300 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,700-6,075 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 13,500 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,210-2,510 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 15,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,640-2,740 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,640-2,775 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,800 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,225 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,220 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,900 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,800 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,900-4,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,600-4,700 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम


लेखक के बारे में