स्पेन में भारत में बने कपड़ों के लिये काफी संभावना: एईपीसी
स्पेन में भारत में बने कपड़ों के लिये काफी संभावना: एईपीसी
नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) ने बुधवार को कहा कि सिले-सिलाये कपड़े समेत परिधान बनाने वाली कंपनियों के लिये स्पेन को निर्यात बढ़ाने की काफी संभावना है क्योंकि यूरोपीय देश भारी मात्रा में इनका आयात अन्य देशों से करता है।
एईपीसी ने कहा कि भारत फिलहाल स्पेन को सिले-सिलाये कपड़े निर्यात करने के मामले में सातवां सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। वर्ष 2019 में 81.76 करोड़ डॉलर का निर्यात हुआ जो स्पेन के बाजार का केवल 4.2 प्रतिशत है।
स्पेन का मानवनिर्मित फाइबर कपड़े का आयात 762.9 करोड़ डॉलर का है जबकि भारत से आयात केवल 21.76 करोड़ डॉलर का है। कुल बाजार हिस्सेदारी केवल 2.9 प्रतिशत है।
‘परिधान और वस्त्रों में भारत-स्पेन सहयोग’ विषय पर एईपीसी के कार्यक्रम में भारत के स्पेन में उप-राजदूत मदन सिंह भंडारी ने कहा कि भारत में कपड़ा क्षेत्र में हाल में जो बदलाव आये हैं, उसको देखते हुए भारतीय कपड़ा विनिर्माता उल्लेखनीय रूप से अपना निर्यात स्पेन को बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘स्पेन में भारतीय उत्पादों की अच्छी मौजूदगी के बावजूद, स्पेन के कपड़ा आयात में भारत की हिस्सेदारी बहुत कम है। इसमें वृद्धि की काफी संभावना है। इसका कारण भारत ने हाल में संरचनात्मक सुधारों को लेकर कई कदम उठाये हैं…।’’
एईपीसी के चेयरमैन ए शक्तिवेल ने कहा कि पिछले तीन महीनों से भारत में सकारात्मक धारणा देखी जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल के मुकाबले निर्यात में वृद्धि हुई है। कोरोना संकट से अवसर भी उत्पन्न हुआ है। हमने चिकित्सा परिधान, तकनीकी कपड़े, मानव निर्मित फाइबर (एमएमएफ) परिधान जैसे उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया है।’’
भाषा
रमण मनोहर
मनोहर

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