शेयर बाजारों में महामारी को लेकर आशंका बढ़ी, सेंसेक्स 740 अंक और टूटा

शेयर बाजारों में महामारी को लेकर आशंका बढ़ी, सेंसेक्स 740 अंक और टूटा

शेयर बाजारों में महामारी को लेकर आशंका बढ़ी, सेंसेक्स 740 अंक और टूटा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:55 pm IST
Published Date: March 25, 2021 1:38 pm IST

(अर्थ 35 के नौवें पैरा में सुधार के साथ)

मुंबई, 25 मार्च (भाषा) देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने से शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट दर्ज हुई। संक्रमण के मामले बढ़ने से स्थानीय स्तर पर फिर से लॉकडाउन की आशंका के बीच बाजार में व्यापक बिकवाली का सिलसिला चला।

कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा मासिक डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान तथा वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से भी धारणा प्रभावित हुई।

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बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 740.19 अंक या 1.51 प्रतिशत के नुकसान से 48,440.12 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 224.50 अंक या 1.54 प्रतिशत टूटकर 14,324.90 अंक पर आ गया।

सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति सुजुकी का शेयर सबसे अधिक 3.98 प्रतिशत टूट गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, बजाज ऑटो, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी नुकसान में रहे।

वहीं दूसरी ओर डॉ. रेड्डीज, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी और एचडीएफसी के शेयरों में लाभ दर्ज हुआ।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘देश और दुनिया में संक्रमण के मामले बढ़ने से बाजार में निराशा बढ़ रही है। आज मासिक निपटान की वजह से इसमें और इजाफा हुआ। जोरदार तेजी के बाद पिछले एक माह से बाजार एकीकरण के चरण में है। संक्रमण के मामले बढ़ने से भविष्य की वृद्धि दर प्रभावित हो सकती है।’’

नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट का भारत पर आर्थिक असर काफी सीमित रहेगा। कड़े अंकुशों तथा टीकाकरण की रफ्तार तेज करने पर संक्रमण घटने से बाजार फिर से स्थिर होगा।’’

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों के सकारात्मक संकेतों के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आई। कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने से निश्चित रूप से निवेशकों का भरोसा डिगा है।’’

इसके अलावा वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। बीएसई का बाजार पूंजीकरण तीन फरवरी, 2021 के बाद पहली बार 2,00,000 अरब (रिपीट 2,00,000 अरब) रुपये से नीचे आ गया। पिछले दो दिन के दौरान बाजार पूंजीकरण 5,000 अरब (रिपीट 5,000 अरब) रुपये से अधिक घटा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 53,476 नए मामले आए हैं। इस तरह संक्रमण का आंकड़ा 1,17,87,534 पर पहुंच गया है।

अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नीचे आए। वहीं जापान के निक्की और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में लाभ रहा।

शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे।

इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 1.35 प्रतिशत के नुकसान से 63.54 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सात पैसे टूटकर 72.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,951.90 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

भाषा अजय अजय

अजय


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