(Suzlon Energy Share, Image Source: IBC24)
Suzlon Energy Share: भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। जिसमें आज बीएसई सेंसेक्स 855.30 अंक या 1.09% उछलकर 79,408.50 पर पहुंच गया और निफ्टी 50 273.90 अंक या 1.15% चढ़कर 24,125.55 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, शेयर बाजार में आज तूफानी तेजी के बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयर में बंपर तेजी देखी गई।
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में आज 9.55% की जबरदस्त तेजी के साथ 60.33 रुपये पर बाजार बंद हुआ। जिसके साथ ही इसके प्रति शेयर की कीमत में 5.26 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई। आज कारोबार के दौरान सुजलॉन एनर्जी के शेयर 61.10 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। इसका पिछला बंद प्राइस 55.08 रुपये है। इससे पहले भी इसमें तेजी देखी गई थी। माना जा रहा है कि लगातार दो दिन की तेजी के पीछे एक बड़ा ऑर्डर है। एमएनआरई ने पवन टर्बाइन के मॉडलों और निर्माताओं की संशोधित सुची में पवन टर्बाइन मॉडलो को शामिल करने या अपडेट करने की प्रक्रिया में संशोधन का प्रस्ताव करते हुए एक मसौदा अधिसूचना जारी की। जिसके बाद विंड एनर्जी कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में मार्च से अब तक 20% की तेजी आई है, मार्च में 14% की वृद्धि के बाद अप्रैल में अब तक 4% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं पिछले साल के दौरान शेयर में 51% से अधिक की तेजी देखी गई है। यह 12 सितंबर को 86.04 रुपये के उच्च स्तर और 13 मई को 37.90 रुपये के 52 सप्ताह के निम्न स्तर पर पहुंच गया था। इससे पहले कंपनी ने बताया था कि उसे सनश्योर एनर्जी से 100.8 मेगावाट ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) विंड एनर्जी ऑर्डर मिला है। जिसके बाद पिछले कुछ हफ्तों में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। सुजलॉन एनर्जी ने 17 अप्रैल को एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसे सनश्योर एनर्जी से 100.8 मेगावाट ईपीसी पवन ऊर्जा का महत्वपूर्ण ऑर्डर मिला है, जिसे पवन उर्जा के क्षेत्र में उसका पहला कदम बताया जा रहा है। महाराष्ट्र के जथ क्षेत्र में इस परियोजना का क्रियान्वयन किया जाना प्रस्तावित है।
एक्सचेंस फाइलिंग के मुताबिक, अब सुजलॉन एनर्जी में 25.12% रिटेल निवेशकों के पास हिस्सेदारी है, जो दिसंबर तिमाही के अंत में 24.19% से अधिक माना जा रहा है। FPI यानी विदेशी पोर्टफोलियों निवेशकों ने सुजलॉन एनर्जी में अपनी हिस्सेदारी करीब 23% पर बनाए रखा। हालांकि, मार्च तिमाही के दौरान भारत में घरेलू म्यूचुअल फंड ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 4.17% कर दिया, जो दिसंबर में 4.44% था।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।