मोल्नुपिराविर के चिकित्सीय परीक्षण की खातिर शीर्ष घरेलू दवा कंपनियों ने हाथ मिलाया

मोल्नुपिराविर के चिकित्सीय परीक्षण की खातिर शीर्ष घरेलू दवा कंपनियों ने हाथ मिलाया

मोल्नुपिराविर के चिकित्सीय परीक्षण की खातिर शीर्ष घरेलू दवा कंपनियों ने हाथ मिलाया
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: June 29, 2021 1:25 pm IST

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) देश की शीर्ष दवा निर्माता कंपनियों – डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज, सिप्ला, एम्क्योर फार्मास्यूटिकल्स, सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज और टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स ने कोविड-19 के इलाज के लिए ओरल एंटीवायरल दवा मोल्नुपिराविर के चिकित्सीय परीक्षण की खातिर सहयोग करने का फैसला किया है।

डॉ रेड्डीज और सिप्ला द्वारा दी गयी नियामकीय सूचना में कहा गया कि पांचों दवा कंपनियों ने एक सहयोग समझौता किया है जिसके तहत ये कंपनियां देश में इस दवा के चिकित्सीय परीक्षण का संयुक्त रूप से प्रायोजन, पर्यवेक्षण और निगरानी करेंगी।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) के निर्देश के अनुसार डॉ रेड्डीज अपने उत्पाद का इस्तेमाल कर क्लीनिकल ट्रायल करेगी और बाकी चारों कंपनियों के डॉ रेड्डीज के इस उत्पाद के साथ अपने उत्पादों की समानता का प्रदर्शन करने की जरूरत होगी।

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सूचना के अनुसार चिकित्सीय परीक्षण बाह्य रोगी स्तर पर हल्के कोविड-19 के इलाज के लिए किया जाएगा। क्लीनिकल ट्रायल भारत में जून और सितंबर के बीच किए जाने की उम्मीद है और यह 1,200 मरीजों पर किया जाएगा।

बाह्य रोगी विभाग या क्लीनिक अस्पताल का वह विभाग होता है जहां इलाज के लिए वैसे मरीज आते हैं जिन्हें उस समय भर्ती करने की जरूरत नहीं होती।

कंपनियों ने कहा कि किसी क्लीनिकल ट्रायल के लिए भारतीय दवा उद्योग में इस तरह का यह पहला सहयोग है।

सूचना में कहा गया कि क्लीनिकल ट्रायल के सफल होने पर हर कंपनी भारत में कोविड-19 के इलाज के उद्देश्य से मोल्नुपिराविर के निर्माण एवं आपूर्ति की खातिर मंजूरी के लिए नियामकीय प्राधिकरणों का अलग-अलग रुख करेगी।

मोल्नुपिराविर एक ओरल एंटीवायरल दवा है जो सार्स-कोव-2 सहित कई आरएएन विषाणु की प्रतिकृति बनने पर रोक लगाती है।

भाषा

प्रणव महाबीर

महाबीर


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