छोटे उद्योगों को दिया गया कुल कर्ज 46 लाख करोड़ रुपये पर: रिपोर्ट
छोटे उद्योगों को दिया गया कुल कर्ज 46 लाख करोड़ रुपये पर: रिपोर्ट
नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) छोटे उद्योगों पर बकाया कुल कर्ज बढ़कर 46 लाख करोड़ रुपये हो गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 30 सितंबर तक इसमें 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
सीआरआईएफ हाई मार्क – सिडबी की रिपोर्ट में कहा गया कि सक्रिय ऋण खातों की संख्या 11.8 प्रतिशत बढ़कर 7.3 करोड़ हो गई है। नीतिगत समर्थन और एमएसएमई (छोटे एवं मझोले उद्यम) के लिए सरकार की विभिन्न ऋण योजनाओं ने इस गति को बनाए रखने में मदद की है।
रिपोर्ट में कहा गया कि विभिन्न श्रेणियों में पोर्टफोलियो की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। ऐसे में 91 से 180 दिनों तक की देरी वाले ऋण सितंबर 2025 तक घटकर लगभग 1.4 प्रतिशत रह गए, जो सितंबर 2023 में 1.7 प्रतिशत थे।
उद्यमों का जोखिम प्रोफाइल लगातार कम बना हुआ है। एकल स्वामित्व वाले कारोबारों में भी स्थिर सुधार देखा गया है और सितंबर 2023 से सितंबर 2025 के बीच बहुत कम और कम जोखिम वाले उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी बढ़ी है।
रिपोर्ट में कहा गया कि एकल स्वामित्व वाले कारोबार का कुल कर्ज में अधिक हिस्सा है। कुल कर्ज का लगभग 80 प्रतिशत और उधारकर्ताओं का करीब 90 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं का है। सितंबर 2025 तक 23.3 प्रतिशत उधारकर्ता नए थे और 12 प्रतिशत पहली बार उद्यम ऋण ले रहे थे।
उद्यमों के मामले में कार्यशील पूंजी ऋण का दबदबा बना हुआ है और यह कुल बकाया कर्ज का लगभग 57 प्रतिशत हिस्सा है।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण

Facebook



