बेरोजगारी दर लगातार दूसरे महीने घटी, अगस्त में 5.1 प्रतिशत पर: सरकारी सर्वेक्षण

बेरोजगारी दर लगातार दूसरे महीने घटी, अगस्त में 5.1 प्रतिशत पर: सरकारी सर्वेक्षण

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  • Publish Date - September 15, 2025 / 05:42 PM IST,
    Updated On - September 15, 2025 / 05:42 PM IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) देश में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की बेरोजगारी दर में लगातार दूसरे महीने कमी आई है। अगस्त में यह घटकर 5.1 प्रतिशत रही। सोमवार को जारी एक सरकारी सर्वेक्षण में यह कहा गया।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के अनुसार, जुलाई में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत रही थी। मई और जून दोनों में यह 5.6 प्रतिशत थी।

मई 2025 में जारी पहले पीएलएफएस बुलेटिन के अनुसार, अप्रैल में बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत थी।

आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘कुल मिलाकर बेरोजगारी दर (15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए) लगातार दूसरे महीने घटकर अगस्त 2025 में 5.1 प्रतिशत रही।’’

वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में एकत्र किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत रही।

पुरुषों की बेरोजगारी दर अगस्त में पांच महीनों में सबसे कम पांच प्रतिशत रही। अप्रैल में यह 5.2 प्रतिशत, मई और जून में 5.6 प्रतिशत और जुलाई में 5.3 प्रतिशत थी।

इसका कारण शहरी क्षेत्रों में पुरुषों की बेरोजगारी दर में गिरावट है। बीते महीने घटकर यह 5.9 प्रतिशत पर रही जो जुलाई में 6.6 प्रतिशत थी।

ग्रामीण पुरुषों की बेरोजगारी दर भी अगस्त 2025 में घटकर 4.5 प्रतिशत रही, जो पिछले चार महीनों की बेरोजगारी दर से कम है।

कुल मिलाकर, ग्रामीण बेरोजगारी दर लगातार तीन महीनों से घट रही है। मई 2025 में यह 5.1 प्रतिशत थी जबकि अगस्त में कम होकर 4.3 प्रतिशत रही।

महिलाओं में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) में लगातार दो महीनों से वृद्धि देखी गई है और यह अगस्त में बढ़कर 32 प्रतिशत हो गया जो जून में 30.2 था।

ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर में वृद्धि से समग्र श्रमिक जनसंख्या अनुपात में सुधार हुआ है और यह बढ़कर अगस्त में 52.2 प्रतिशत हो गया जबकि जून 2025 में यह 51.2 प्रतिशत था।

पंद्रह वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) बढ़कर अगस्त में 33.7 प्रतिशत हो गई है, जबकि जून में यह 32 प्रतिशत थी। इसका कारण ग्रामीण महिलाओं में श्रम बल भागीदारी दर बढ़कर अगस्त में 37.4 प्रतिशत हो गयी जो जून में 35.2 प्रतिशत थी। इसी अवधि के दौरान शहरी क्षेत्रों में यह 25.2 प्रतिशत से बढ़कर 26.1 प्रतिशत हो गयी।

इसमें कहा गया है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिला श्रम बल भागीदारी दर में लगातार दूसरे महीने वृद्धि हुई है। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए समग्र एलएफपीआर बढ़कर अगस्त 2025 में 55 प्रतिशत हो गयी है जो जून में 54.2 प्रतिशत थी।

अखिल भारतीय स्तर पर, यह अनुमान 3,76,839 व्यक्तियों के बीच किए गए सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी पर आधारित है।

भाषा रमण पाण्डेय

पाण्डेय