अमेरिकी शुल्क से अक्टूबर में कपड़ा निर्यात 12.9 प्रतिशत घटा, उद्योग ने की राहत की मांग
अमेरिकी शुल्क से अक्टूबर में कपड़ा निर्यात 12.9 प्रतिशत घटा, उद्योग ने की राहत की मांग
नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) अमेरिका के भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने से अक्टूबर में कपड़ा निर्यात 12.91 प्रतिशत घट गया। आने वाले महीनों में निर्यात में यह गिरावट और बढ़ने की आशंका है। ऐसे में उद्योग निकाय राहत उपायों की मांग कर रहे हैं।
भारत के कपड़ा और परिधान उद्योग के लिए अमेरिका सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। वर्ष 2024-25 में कपड़ा और परिधान क्षेत्र का कुल आकार 179 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जिसमें 142 अरब डॉलर का घरेलू बाजार और 37 अरब डॉलर का निर्यात शामिल है।
उद्योग निकायों ने कपड़ा निर्यात पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए सरकार से विभिन्न राहत उपायों की मांग की है।
भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) ने भारतीय रिजर्व बैंक से कताई, बुनाई और प्रसंस्करण इकाइयों को 14 नवंबर को घोषित रिजर्व बैंक के व्यापार राहत उपायों के लिए ‘पात्र क्षेत्रों’ की सूची में जोड़ने का आग्रह किया।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) के पूर्व अध्यक्ष संजय के जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘अक्टूबर में गिरावट अनुमान के मुताबिक है। भारत के कुल कपड़ा और परिधान निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत है। पुराने ऑर्डर अभी भेजे जा रहे हैं, लेकिन अगस्त के बाद नए ऑर्डर आना बंद हो गए हैं। हमारा अनुमान है कि कपड़ा और परिधान निर्यात में गिरावट जारी रहेगी और नवंबर तथा दिसंबर में यह घटकर 15-20 प्रतिशत रह जाएगा।’’
भारत का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 350 अरब डॉलर का कपड़ा और परिधान उद्योग बनाना है, जिसमें निर्यात का योगदान 100 अरब डॉलर होगा।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
पाण्डेय

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