वोडाफोन आइडिया ने उपग्रह संचार के लिए एएसटी स्पेसमोबाइल से साझेदारी की

वोडाफोन आइडिया ने उपग्रह संचार के लिए एएसटी स्पेसमोबाइल से साझेदारी की

वोडाफोन आइडिया ने उपग्रह संचार के लिए एएसटी स्पेसमोबाइल से साझेदारी की
Modified Date: June 18, 2025 / 05:53 pm IST
Published Date: June 18, 2025 5:53 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया ने स्मार्टफोन पर सीधे उपग्रह से ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए बुधवार को एएसटी स्पेसमोबाइल के साथ साझेदारी की घोषणा की।

एएसटी स्पेसमोबाइल एलन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी स्पेसएक्स की प्रतिद्वंद्वी है। स्पेसएक्स की इकाई स्टारलिंक को हाल ही में भारत में उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाएं देने का लाइसेंस मिला है।

वोडाफोन आइडिया ने बयान में कहा कि एएसटी स्पेसमोबाइल पहला और एकमात्र अंतरिक्ष-आधारित सेल्यूलर ब्रॉडबैंड नेटवर्क विकसित कर रही है। इस नेटवर्क के जरिये सीधे स्मार्टफोन से संपर्क साधा जा सकता है और इसे वाणिज्यिक एवं सरकारी दोनों इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है।

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कंपनी ने कहा, ‘‘वोडाफोन आइडिया और एएसटी स्पेसमोबाइल इंक ने भारत के संपर्क से वंचित इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी का विस्तार करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की है।’’

दूरसंचार कंपनी ने कहा, ‘‘एसएटी स्पेसमोबाइल ने एक मोबाइल फोन के जरिये अंतरिक्ष से पहली बार वॉयस एवं वीडियो कॉल करके इतिहास रच दिया। यह एक मील का पत्थर है जो इसकी उन्नत प्रौद्योगिकी की असली दुनिया में व्यवहार्यता को दर्शाता है।’’

वोडाफोन आइडिया की प्रवर्तक फर्म वोडाफोन पीएलसी पहले ही एएसटी स्पेसमोबाइल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर कर चुकी है।

पिछले साल एएसटी स्पेसमोबाइल ने एटीएंडटी, वेरिजोन, गूगल और वोडाफोन से अतिरिक्त रणनीतिक निवेश हासिल किया था। उसने सीधे और प्रमुख ठेकेदारों के जरिये अमेरिकी सरकार से भी नए अनुबंध हासिल किए हैं। कंपनी ने वैश्विक स्तर पर 45 से अधिक मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर के साथ समझौते किए हैं।

एएसटी स्पेसमोबाइल के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी क्रिस आइवरी ने कहा, ‘‘भारत अपने विशाल एवं गतिशील दूरसंचार बाजार के साथ यह दर्शाने के लिए एक आदर्श जगह है कि हमारा अंतरिक्ष-आधारित सेल्युलर ब्रॉडबैंड कितनी आसानी से स्थलीय नेटवर्क का पूरक बन सकता है। हम सिर्फ कवरेज नहीं बढ़ा रहे हैं बल्कि कनेक्टिविटी की बाधाएं तोड़ रहे हैं, जिससे स्मार्टफोन सीधे अंतरिक्ष से 4जी एवं 5जी सेवाएं ले सकते हैं।’’

मस्क के स्वामित्व वाली स्पेसएक्स भी स्मार्टफोन पर सीधे उपग्रह सेवा देने के लिए इसी तरह की प्रौद्योगिकी पर काम कर रही है। स्पेसएक्स की स्टारलिंक ने पहले ही रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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