कामगारों का कल्याण महत्वपूर्ण, सरकार स्त्री-पुरूष समानता, जीवन सुगम बनाने पर कर रही काम: यादव

कामगारों का कल्याण महत्वपूर्ण, सरकार स्त्री-पुरूष समानता, जीवन सुगम बनाने पर कर रही काम: यादव

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  • Publish Date - October 20, 2021 / 09:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर (भाषा) श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को कहा कि असंगठित और संगठित दोनों क्षेत्रों में काम करने वाले कामगारों का कल्याण महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार स्त्री-पुरुष समानता, जीवन को सुगम बनाने के साथ कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने मुख्य श्रम आयुक्त (केन्‍द्रीय) का एक नया प्रतीक चिह्न जारी करने के मौके पर यह बात कही। वर्ष 1945 में स्थापित इस संगठन को केन्‍द्रीय औद्योगिक संबंध मशीनरी (सीआईआरएम) के रूप में भी जाना जाता है।

इस मौके पर श्रम और रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली भी मौजूद थे।

इस अवसर पर यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार स्त्री-पुरुष समानता और सुगमतापूर्ण जीवन के साथ-साथ कारोबार सुगमता सुनिश्चित कर रही है।

उन्‍होंने कहा कि नई श्रम संहिता मुख्य रूप से असंगठित श्रमिकों के साथ-साथ संगठित श्रमिकों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण के प्रावधान लागू करने के लिए सीएलसी संगठन की जिम्मेदारी को बढ़ाएगी। उन्‍होंने कहा कि न केवल असंगठित कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, उनका जीवन और काम करने का माहौल भी सुरक्षित रहे।

यादव ने कहा, ‘‘नई श्रम संहिताएं नियोक्ताओं को शिक्षित करके कानून का पालन करने और कल्याण, सुरक्षा तथा स्वास्थ्य प्रावधानों के बारे में श्रमिकों के बीच जागरूकता लाने के लिए अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी प्रदान करती हैं।’’

ई-श्रम पोर्टल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले असंगठित श्रमिकों के आंकड़े उपलब्ध नहीं थे। अब सरकार ने ई-श्रम पोर्टल शुरू किया है और कम अवधि में असंगठित क्षेत्र के 4 करोड़ से अधिक कामगारों को ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।

भाषा

रमण अजय

अजय