‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ सम्मेलन में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीदः पासवान

‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ सम्मेलन में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीदः पासवान

‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ सम्मेलन में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीदः पासवान
Modified Date: September 25, 2025 / 03:53 pm IST
Published Date: September 25, 2025 3:53 pm IST

नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ शिखर सम्मेलन के दौरान खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीद है।

पासवान ने ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ शिखर सम्मेलन की शुरुआत के पहले संवाददाताओं के साथ चर्चा में कहा कि 65,000 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर पहले ही हस्ताक्षर हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि एमओयू वाली कंपनियों में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और कोका-कोला भी शामिल हैं। ‘‘इस सम्मेलन के दौरान हम एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद कर रहे हैं।’’

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इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से संबंधित मुद्दों पर एक सीईओ गोलमेज सम्मेलन भी हुआ। इसमें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे।

पासवान ने कहा कि कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाए जाने से बेहद संतुष्ट हैं। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल उद्योग ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।

‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’ में हो रहा है। इसमें रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री पत्रिशेव सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

करीब एक लाख वर्गमीटर में फैला यह आयोजन भारत में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा सम्मेलन है। इसमें 21 देशों की भागीदारी हो रही है।

न्यूजीलैंड और सऊदी अरब इसके साझीदार देश हैं जबकि जापान, रूस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और वियतनाम को फोकस देश के रूप में चुना गया है।

इसके अलावा 21 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों, 10 केंद्रीय मंत्रालयों, पांच संबद्ध सरकारी संगठनों और 1,700 से अधिक प्रदर्शकों की भी भागीदारी इस सम्मेलन में हो रही है।

पिछले आयोजन में खाद्य प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौतों पर जोर रहा था जबकि 2023 के संस्करण में 33,000 करोड़ रुपये के एमओयू हुए थे।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण


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