जाइडस कैडिला ने कोविड-19 इलाज के लिए एंटीबॉडी मिश्रण के मानव क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी मांगी

जाइडस कैडिला ने कोविड-19 इलाज के लिए एंटीबॉडी मिश्रण के मानव क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी मांगी

जाइडस कैडिला ने कोविड-19 इलाज के लिए एंटीबॉडी मिश्रण के मानव क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी मांगी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:42 pm IST
Published Date: May 27, 2021 1:26 pm IST

नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) दवा कंपनी जाइडस कैडिला ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से कोविड-19 के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल यानी मिश्रण को लेकर मानव क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी मांगी है।

कैडिला हेल्थकेयर ने एक नियामकीय सूचना में कहा, ‘जाइडस इस समय डीसीजीआई से 1/3 मानव क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी मांग रही है। जेडआरसी-3308 दो सार्स-सीओवी-2- न्यूट्रलाइजिंग मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज (एमएबी) का कॉकटेल यानी मिश्रण है और यह कोविड-19 से मामूली रूप से पीड़ित लोगों के लिए सबसे प्रमुख इलाजों में से एक के तौर पर उभर सकता है।’

कैडिला हेल्थकेयर समूह की सूचीबद्ध इकाई है।

 ⁠

जेडआरसी-3308 को पशु विषविज्ञान अध्ययन में सुरक्षित और सहनीय पाया गया है।

जाइडस ने कहा कि वह अकेली भारतीय कंपनी है जिसने कोविड-19 के इलाज के लिए एमएबी आधारित कॉकटेक का विकास किया है।

कैडिला हेल्थकेयर लिमिडेट के प्रबंध निदेशक डॉ. शर्विल पटेल ने कहा, ‘इस समय कोविड से लड़ने के लिए ज्यादा सुरक्षित एवं कारगर इलाज तलाशना बेहद जरूरी है। बीमारी के बढ़ने के अलग अलग चरणों पर और उन विकल्पों पर ध्यान देना जरूरी है जो मरीजों की पीड़ा तथा मुश्किलें कम कर सकते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हमें लगता है कि जेडआरसी-3308 में इन चिंताओं से निपटने और एक सुरक्षित इलाज प्रदान करने की क्षमता है।’

भाषा प्रणव रमण

रमण


लेखक के बारे में