डोंगरगढ़: Chaitra Navratri Dongargarh 2025: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही विश्व प्रसिद्ध मां बमलेश्वरी मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। प्रशासन ने इस बार विशेष तैयारियां की हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। पिछले नवरात्र में हुई भगदड़ की घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार 1400 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
Chaitra Navratri Dongargarh 2025: अत्यधिक भीड़ होने पर शहर के एंट्री पॉइंट पर श्रद्धालुओं को रोका जाएगा और मंदिर परिसर में स्टॉपर लगाए गए हैं, ताकि भगदड़ की स्थिति न बने। पदयात्रा मार्ग पर जगह-जगह जवान तैनात किए गए हैं और पुलिस की पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे निगरानी रखेगी। पूरे मेले परिसर की ड्रोन से मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। मेले में दमकल और मेडिकल टीम तैनात की गई हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
Chaitra Navratri Dongargarh 2025: भीषण गर्मी को देखते हुए मेले में प्याऊ घर बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को ठंडा पानी मिल सके। मंदिर परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है, 24 घंटे सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। रोपवे का समय बढ़ाया गया है, अब श्रद्धालु सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक रोपवे का लाभ उठा सकेंगे। प्रशासन के अनुसार, इस बार लगभग 12 लाख से अधिक श्रद्धालु मां बमलेश्वरी के दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
1. मां बमलेश्वरी मंदिर कहां स्थित है और इसका महत्व क्या है?
मां बमलेश्वरी मंदिर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र है, जहां चैत्र और शारदीय नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
नवरात्रि मेले में सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं?
1400 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी की जाएगी। पुलिस की पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे गश्त करेगी। ➡️ शहर के एंट्री पॉइंट और मंदिर परिसर में स्टॉपर लगाए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
श्रद्धालुओं के लिए क्या विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं?
भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए प्याऊ घर बनाए गए हैं। 24 घंटे सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। ✅ मेडिकल और दमकल सेवाएं मेले में तैनात रहेंगी। ✅ रोपवे का संचालन सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक किया जाएगा।
मंदिर में दर्शन के लिए किस समय सबसे अधिक भीड़ होती है?
मंदिर में सुबह और शाम के समय अधिक भीड़ होती है, खासकर महाआरती के दौरान। भीड़ से बचने के लिए श्रद्धालु दोपहर या देर रात के समय दर्शन करने आ सकते हैं।
इस बार नवरात्रि मेले में कितने श्रद्धालुओं के आने की संभावना है?
प्रशासन के अनुमान के अनुसार, इस बार लगभग 12 लाख श्रद्धालु मां बमलेश्वरी के दर्शन के लिए आ सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा और सुविधा प्रबंध किए हैं।