44 Surrender Naxal
राजनांदगांव: कहते हैं न कि बदलाव ही संसार का नियम है। ऐसा ही बदलाव छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में देखने को मिला। दरअसल जो नक्सली संगठन में रहकर देश के संविधान के खिलाफ काम करते हैं, हिंसा का रास्ता अपनाते हैं। वे अब हथियार डालने के बाद मुख्यधारा में लौटे ये लोग आजादी के जश्न के दौरान तिरंगे की शान में निकली परेड में शामिल होंगे
दरअसल शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर हाल ही में अलग-अलग जिलों में कई नक्सलियों ने सरेंडर किया है। योजना के तहत ही इन्हें जिले के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आरक्षक बनने बुनियादी ट्रेनिंग दी जा रही है। इन्हीं में से 44 आत्मसमर्पित नक्सली आने वाली 15 अगस्त को राजनांदगांव शहर में आयोजित होने वाली स्वतंत्रता दिवस की परेड में शामिल होंगे। इसके लिए ये रिहर्सल भी कर रहे हैं।