MLA Caste Certificate Case: छत्तीसगढ़ के इस विधायक के खिलाफ सर्व आदिवासी समाज ने खोला मोर्चा, कलेक्ट्रेट के सामने बैठे धरने पर, की ये मांग

MLA Caste Certificate Case: छत्तीसगढ़ के इस विधायक के खिलाफ सर्व आदिवासी समाज ने खोला मोर्चा, कलेक्ट्रेट के सामने बैठे धरने पर, की ये मांग

  • Reported By: Arun Soni

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  • Publish Date - November 27, 2025 / 05:23 PM IST,
    Updated On - November 27, 2025 / 05:24 PM IST

MLA Caste Certificate Case

HIGHLIGHTS
  • विधायक शकुंतला पोर्ते पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने का आरोप
  • सुनवाई में विधायक अनुपस्थित, अगली तारीख 11 दिसंबर तय
  • सर्व आदिवासी समाज ने कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना देकर विरोध जताया

बलरामपुर: MLA Caste Certificate Case छत्तीसगढ़ के प्रतापपुर विधानसभा के विधायक शकुंतला पोर्ते के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधायक शकुंतला पोर्ते के खिलाफ आज सर्व आदिवासी समाज के लोग भारी संख्या में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग किया है।

MLA Caste Certificate Case क्या है पूरा मामला

दरअसल, प्रतापपुर विधायक शकुंतला पोर्ते पर आरोप है कि उन्होंने पिता की जगह पति के नाम पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाया है और उसका लाभ लेकर आदिवासी समाज की तरफ से चुनाव लड़ा है।

CG Balrampur News सुनवाई में नहीं पहुंची विधायक

इसी को लेकर पिछले कई दिनों से जमकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है और हाई कोर्ट के निर्देश पर आज जिला स्तरीय छानबीन समिति के समक्ष मामले की सुनवाई होनी थी। समिति ने विधायक को उपस्थित होने का नोटिस जारी किया था लेकिन विधायक आज भी समिति के सामने उपस्थित नहीं हुई। बल्कि उनके गैर मौजूदगी में अधिवक्ता पहुंचे हुए थे। विधायक की तरफ से पहुंचे अधिवक्ता ने बताया कि आज छानबीन समिति के सामने उन्होंने शिकायत दर्ज कराई गई थी। उस पर आपत्ति दर्ज कराया है और उन्हें आगामी 11 दिसंबर का समय दिया गया है।

MLA Shakuntala Porte News विरोध में उतरे सर्व आदिवासी समाज

वही इस पूरे मामले में सर्व आदिवासी समाज एवं शिकायतकर्ता जिला स्तरीय छानबीन समिति कैसे फैसले से काफी नाराज और नाखुश दिखे उनका कहना था कि आज उन्हें उम्मीद थी कि फैसला उनके पक्ष में होगा लेकिन कोर्ट उन्हें तारीख से तारीख दे रहा है। कभी भी जाति प्रमाण पत्र पति के नाम पर नहीं बनता है। हमेशा पिता के नाम पर ही जाति प्रमाण पत्र बनाया जाता है और यह संविधान के रूल के तहत है। इसके बावजूद यहां कार्रवाई करने के बजाय तारीख दिया जा रहा है जो सही नहीं है। इससे नाराज होकर सैकड़ो की संख्या में सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कलेक्टर कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

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शकुंतला पोर्ते पर क्या आरोप है?

आरोप है कि उन्होंने पति के नाम पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया और चुनाव लड़ा।

सुनवाई कब होनी थी?

हाई कोर्ट के निर्देश पर जिला स्तरीय छानबीन समिति में सुनवाई हुई, अगली तारीख 11 दिसंबर तय की गई।

विधायक सुनवाई में क्यों नहीं पहुँचीं?

उनकी जगह अधिवक्ता समिति के सामने उपस्थित हुए और आपत्ति दर्ज कराई।