Reported By: Sunil Sahu
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Baloda Bazar Minor Murder Case Solved: बलौदाबाजार: जिले के डोंगरीडीह गांव में कुछ दिन पहले एक 14 साल के नाबालिग लड़के की हत्या कर उसकी लाश को महानदी के किनारे रेत में दफना दिया गया था। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। लेकिन पुलिस ने महज 48 घंटे में इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा कर दिया। हैरानी की बात यह थी कि हत्या की साजिश किसी और ने नहीं, बल्कि खुद लड़के की सौतेली मां और सगी चाची ने रची थी।
डोंगरीडीह गांव की रहने वाली दुर्गा घृतलहरे का 14 वर्षीय बेटा शाम को अपने नाना के घर जाने के लिए निकला था। लेकिन वह न तो नाना के घर पहुंचा और न ही रात तक घर लौटा। परिजनों ने उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार, लवन थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
दो दिन बाद, गांव के कुछ लोगों ने महानदी के किनारे रेत में दबी एक लाश देखी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। लवन पुलिस और कसडोल एसडीओपी मौके पर पहुंचे और जब लाश को बाहर निकाला गया, तो उसकी पहचान दुर्गा घृतलहरे के बेटे के रूप में हुई। शव पर चोट के कई निशान थे और गले में बेल्ट लिपटी हुई थी। शुरुआती जांच में पुलिस ने गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि की।
Baloda Bazar Minor Murder Case Solved: घटना के खुलासे के लिए बलौदा बाजार एसपी ने क्राइम ब्रांच, साइबर टीम, एफएसएल और लवन पुलिस को जांच में लगाया। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और साइबर एविडेंस के आधार पर कुछ संदिग्धों पर शक हुआ, जिससे जांच का रुख नाबालिग के परिवार की ओर मुड़ गया।
जब पुलिस ने मृतक की सौतेली मां मीना घृतलहरे से सख्ती से पूछताछ की, तो वह टूट गई और सच उगल दिया। उसने बताया कि घर में आए दिन झगड़ों से परेशान होकर उसने अपनी देवरानी मोंगरा के साथ मिलकर लड़के की हत्या की साजिश रची।
मीना ने अपने पुराने परिचित गोविंदा कोशले को 50,000 रुपये की सुपारी दी। गोविंदा ने तीन अन्य नाबालिगों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। जिस दिन लड़का अपने नाना के घर जाने के लिए निकला, उसी दिन गोविंदा और उसके साथी उसे बहला-फुसलाकर बाइक पर बैठा कर मेहंदी गांव ले गए। वहां उसी की बेल्ट से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को महानदी के किनारे रेत में दफना दिया।
Baloda Bazar Minor Murder Case Solved: पुलिस ने तेजी से जांच करते हुए 48 घंटे के भीतर इस केस को सुलझा लिया। सौतेली मां मीना, चाची मोंगरा, हत्या की सुपारी लेने वाले गोविंदा और तीन नाबालिगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि मानवता और रिश्तों को शर्मसार करने वाली वारदात है। छोटी-छोटी घरेलू कलह और आपसी रंजिश की वजह से एक मासूम की जान ले ली गई। इस वारदात ने समाज के सामने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, आखिर कब तक रिश्तों का इस तरह कत्ल होता रहेगा?