wrong blood group was given to the newborn:अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहा एक नवजात बच्चे को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया। मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले का है। जहां पर एक पिता अपने 9 दिन के नवजात बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल लेकर गया था। तबियत ख़राब होने के चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अभिषेक नाम का युवक जो कि बलरामपुर जिले का रहने वाला है। इलाज के लिए एसएनसीयू में अपने बच्चे को भर्ती कराया था । वह पर बच्चे के शरीर में खून की कमी होने की खबर सामने आई।
यह भी पढ़े; चीन ने ताइवान के प्रति रुख नरम किया, शांतिपूर्ण विलय की बात की
wrong blood group was given to the newborn: जिसके बाद बच्चे का ब्लड टेस्ट किया गया। तो उसको ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव बताया गया जिसके बाद बच्चे को बेहतर इलजा के लिए खून चढ़ाया गया। बता दे कि ये ब्लड टेस्ट मेडिकल कॉलेज के ब्लड कलेक्शन सैंपल डिपार्टमेंट में कराया गया। वही जब दोबारा बच्चे की ब्लड ग्रुप की जांच मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के द्वारा की गई तो उसमें बच्चे का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव निकला ऐसे में परिजनों को इस पर संदेह होने के कारण जब बाहर लैब से बच्चे का ब्लड ग्रुप चेक कराया गया तो वहां भी बी पॉजिटिव बच्चे का ब्लड ग्रुप बताया गया।
wrong blood group was given to the newborn: जिसके बाद बच्चे के परिजन ने अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगा तो किसी ने जवाब नहीं दिया। इस मामले के सामने आने के बाद अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है। वही इस बारे में अस्पताल अधीक्षक डॉ लखन सिंह फिलहाल लापरवाही की बात तो नहीं स्वीकार रहे हैं मगर उन्होंने ब्लड कलेक्शन टीम के साथ-साथ ब्लड बैंक से रिपोर्ट की मांग की है। साथ ही साथ इस पूरे मामले की जांच के लिए जांच टीम भी बना दी गई है। मगर कहीं ना कहीं हॉस्पिटल अधीक्षक खुद यह भी मान रहे हैं कि इस तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। फिलहाल बच्चे का इलाज एसएनसीयू में जारी है और उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।
यह भी पढ़े:हत्या के मामले में पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की वीडियो कांफ्रेंस के जरिये पेशी
wrong blood group was given to the newborn: वही इस बारे में डॉक्टर लखन सिंह यह जरूर कह रहे हैं कि बच्चे को जो ग्रुप चढ़ाया गया है वह यूनिवर्सल डोनर ग्रुप है ऐसे में ब्लड चढ़ाने के कारण बच्चे को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए लेकिन वह यह बात भी मान रहे हैं कि इस तरह की लापरवाही अस्पताल प्रबंधन के द्वारा नहीं की जानी चाहिए। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दिए जांच के निर्देश दिये है। साथ ही यह भी कहा की दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वही इस मामले को लेकर परिवार को आश्वासन भी किया है। नवजात के साथ की गई इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर परिजनों में आक्रोश है। तो वही स्वास्थ्य मंत्री ने भी दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।