Operation Raavan: बस्तर से सरगुजा तक..सरकारी पैसों की लूट, क्या इस महाघोटाले की गहराई तक जांच होगी? देखें एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
Chhattisgarh News: बस्तर से सरगुजा तक..सरकारी पैसों की लूट, क्या इस महाघोटाले की गहराई तक जांच होगी? देखें एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
Chhattisgarh News | Photo Credit: IBC24
- 1500 करोड़ से ज्यादा का घोटाला
- IBC24 की जांच
- बीजेपी कार्रवाई के मूड में, कांग्रेस पल्ला झाड़ती नजर आई
रायपुर: Chhattisgarh News ‘ऑपरेशन रावण’ एक ऐसा ऑपरेशन जिसने प्रदेश में भ्रष्टाचार की छिपी किताब को खोलकर रख दिया है। ऑपरेशन रावण में छत्तीसगढ़ के आदिवासी हॉस्टल और आश्रमों की योजनाओं में हुए 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा के महाघोटाले का सनसनीखेज खुलासा हुआ। बस्तर से सरगुजा तक IBC24 की जमीनी पड़ताल ने उजागर किया भ्रष्टाचार का वो काला खेल, जिसमें अंबिकापुर के चौबे परिवार ने सरकारी खजाने को चूना लगाया। इस खुलासे के बाद सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है।
Chhattisgarh News भ्रष्टाचार एक ऐसा दीमक है, जो हमारे देश की नींव खोखला करता है और एक बार फिर भ्रष्टाचारी साजिश ने छत्तीसगढ़ को कलंकित किया है। भ्रष्टाचार जिस विभाग में हुआ है वो जुड़ा देश के भविष्य से।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों में शिक्षा और कल्याण के लिए बने हॉस्टल और आश्रम, जो बच्चों के भविष्य को संवारने का सपना दिखाते थे, वही भ्रष्टाचार का अड्डा बन गए। IBC24 की सुपर एक्सक्लूसिव जांच ऑपरेशन रावण ने पर्दाफाश किया है 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का, जो 2020 से 2023 के बीच अंजाम दिया गया। बस्तर से सरगुजा तक, IBC24 की टीम ने 10 दिन, 2400 किलोमीटर की यात्रा, 15 लोकेशनों और 8 जिलों में जमीनी पड़ताल की। इस जांच में सामने आया कि सामान सप्लाई, कंप्यूटर खरीद, और लाइब्रेरी स्थापना के नाम पर सरकारी पैसों की जमकर लूट हुई, लेकिन सबसे चौंकाने वाला खुलासा? सारे ठेके एक ही परिवार की कंपनियों को दिए गए। अंबिकापुर का चौबे परिवार इस महाघोटाले का मास्टरमाइंड निकला। एक परिवार, अलग-अलग फर्म्स, और कंपनियों की फौज! इनके नाम पर बने दर्जनों फर्म्स को सामान सप्लाई, कंप्यूटर, और लाइब्रेरी के ठेके दिए गए, लेकिन हकीकत कई जगह तो लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब्स का कोई अता-पता नहीं। कागजों में करोड़ों का सामान सप्लाई दिखाया गया, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है। जब इस घोटाला का पर्दाफाश IBC24 कर रहा था। उस घोटाले पर देशभऱ की जनता से के साथ-साथ सरकार के मंत्रियों की भी नजर थी।
ये घोटाला तात्कालीन भूूपेश सरकार में हुआ था। 2020 से लेकर 2023 के बीच बघेल सरकार पहले से ही निशाने पर थी। बघेल सरकार पर शराब घोटाले से लेकर महादेव सट्टा एप और कई घोटालों का आरोप था, लेकिन इस घोटाले ने इस घोटाले ने सिस्टम से लेकर सियासत के दिग्गजों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष में रहते हुए जिस मुद्दें को बीजेपी हर बार उठाती रही आज वो सरकार में है तो आज उनके मंत्री कार्रवाई की बात कह रहे हैं। इधर, कांग्रेस इस पूरे खेल की जानकारी ना होने की बात कह रही है।
‘ऑपरेशन रावण’ ने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के उस रावण को बेनकाब किया है, जिसके दस सिर IBC24 की खोजी पत्रकारिता ने उजागर किए। लेकिन सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच बड़ा सवाल ये है कि क्या आदिवासी बच्चों के हक का पैसा लूटने वालों को सजा मिलेगी? क्या इस महाघोटाले की गहराई तक जांच होगी, या ये मामला भी राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा?

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