Special Trains in CG: अब त्योहारों में आसानी से घर पहुंच सकेंगे यात्री, रेलवे मंडल ने 10 स्पेशल ट्रेन चलाने का लिया बड़ा फैसला
Special Trains in CG: अब त्योहारों में आसानी से घर पहुंच सकेंगे यात्री, रेलवे मंडल ने 10 स्पेशल ट्रेन चलाने का लिया बड़ा फैसला
Special Trains in CG | Photo Credit: IBC24
- त्योहारों के लिए 10 स्पेशल ट्रेनें
- 120 फेरे और 1.25 लाख अतिरिक्त टिकट
- भीड़ नियंत्रण के लिए बिलासपुर, उसलापुर, चांपा और रायगढ़ स्टेशनों पर अतिरिक्त इंतजाम
बिलासपुर: Special Trains in CG फेस्टिव सीजन को देखते हुए बिलासपुर रेलवे मंडल ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक तैयारियां की है। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों में यात्रियों की भारी भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने न सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है, बल्कि स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण और डिजिटल टिकटिंग सुविधा पर भी खास ध्यान दिया है। मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल ने आज प्रेसवार्ता में इसका विस्तार से विवरण दिया।
Special Trains in CG डीआरएम राजमल खोईवाल ने बताया कि आने वाले एक महीने में त्योहारों के दौरान 10 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिनके कुल 120 फेरे होंगे। इन फेरों से लगभग सवा लाख अतिरिक्त टिकट यात्रियों को उपलब्ध होंगे। उनका कहना था कि रेलवे का मकसद त्योहारों के दौरान हर यात्री को समय पर गंतव्य तक पहुंचाना और यात्रा अनुभव को सुगम बनाना है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रेलवे पूरी तरह सतर्क है। त्योहारों के दौरान स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ती है, जिसे नियंत्रित करने के लिए बड़े स्टेशनों बिलासपुर, उसलापुर, चांपा और रायगढ़ पर अतिरिक्त होल्डिंग स्पेस बनाए जा रहे हैं। इन जगहों पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षा स्थल और भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मां शारदा मंदिर मैहर और मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ जैसे प्रमुख धामों के लिए कुछ ट्रेनों में अतिरिक्त ठहराव की व्यवस्था भी की गई है।
डीआरएम ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए डिजिटल पहलों पर भी खास जोर दिया। उन्होंने रेल मंत्री द्वारा 1 जुलाई को लॉन्च किए गए ‘एक रेल’ ऐप की जानकारी साझा की। यह ऐप ‘ऑल इन वन’ सुविधा प्रदान करता है, जिसमें टिकट बुकिंग, पीएनआर स्टेटस, कैटरिंग सुविधा और अन्य सेवाओं की जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। साथ ही, मोबाइल यूटीएस ऐप और बड़े स्टेशनों पर एटीवीएम मशीनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि टिकट काउंटरों पर लंबी लाइनों से बचा जा सके।

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