Congress on Sai Cabinet : बिलासपुर। प्रदेश में मंत्रीमंडल विस्तार के साथ एकबार फिर राजनीति गरमा गई है। साय मंत्रीमंडल में कई पुराने और कद्दावर चेहरों को जगह नहीं मिली है। यही नहीं जिस जिले में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया है। वहां तक से नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। लिहाजा ऐसे में अब क्षेत्र और दिग्गजों की उपेक्षा का मुद्दा गरमाने लगा है। बिलासपुर में विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर भाजपा पर हमलावर है। हालंकि, भाजपा भी अब उन्हीं के अंदाज में कांग्रेस पर पलटवार कर रही है।
दरअसल, साय मंत्रीमंडल का गठन हो गया है। नए पुराने चेहरों के साथ मंत्रिमंडल का गठन किया गया है। लेकिन इसमें कई पुराने चेहरों को मौका नहीं दिया गया है। जो पहले पार्टी और सरकार में कद्दावर नेता की भूमिका में रहे हैं। ऐसे में विपक्ष अब इसे मुद्दा बनाकर भाजपा पर हमलावर है। बिलासपुर में इसी बहाने कांग्रेस भाजपा पर निशाना साध रही है। कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय, पूर्व विधायक का कहना है, कि बिलासपुर संभाग हमेशा से राजनीति का केंद्र रहा है। सरकार में यहां के नेताओं को बड़ी जवाबदेही मिलती रही है। लेकिन साय सरकार में भाजपा के अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, पुन्नुलाल मोहले, धरमजीत सिंह जैसे कई दिग्गज व कद्दावर नेताओं को शामिल न कर क्षेत्र और नेताओं की उपेक्षा की गई है।
हालांकि, कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ये भी मान रहे हैं कि, भाजपा के ये तमाम चेहरे भ्रष्ट चेहरे हैं, जिसके कारण भाजपा ने इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया है। यही नहीं उनका ये भी मानना है कि, भाजपा ऐसे कई नेताओं को अब मार्गदर्शक मंडल में भी डालने जा रही है, जिसके कारण उन्हें साइड लाइन किया जा रहा है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं को तवज्जो न देकर भाजपा ने क्षेत्र की भी उपेक्षा की है।
इधर, मंत्रिमंडल को लेकर हो रहे इस राजनीति के बीच दिग्गज भाजपाई भी कांग्रेस पर उसी अंदाज में पलटवार कर रहे हैं। भाजपा नेता धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि, कांग्रेस को भाजपा क्या कर रही है, कैसे कर रही है। इसपर मंथन करने के बजाय, कांग्रेस को बचाने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए उसपर मंथन करना चाहिए। सरकार में रहने वाली पार्टी विपक्ष में आ गई है। हार के कारणों की समीक्षा नहीं हो पा रही है, जबकि भाजपा ने सीएम के साथ मंत्रिमंडल तक का विस्तार कर दिया है। पार्टी ने जो मंत्रीमंडल बनाया है उसमें नए और पुराने दोनों चेहरों का समायोजन किया गया है। पार्टी की सोच है नए लोगों को ज्यादा मौका दिया जाए, ताकि नए लोग जुड़ें और पार्टी का विस्तार होता रहे।
भाजपा को 200 से ज्यादा सीट नहीं मिलेगी: खरगे
9 hours ago