रायपुरः छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को भले ही अभी वक्त है, लेकिन सत्ता पक्ष-और विपक्ष के बीच वार-पलटवार अपने चरम पर है। वहीं, अब शराबबंदी के मुद्दे पर दोनों पार्टियां आमने-सामने हैं।
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर एक बार फिर से सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. प्रदेश में शराबबंदी के लिए बनाई गई कमेटी ने अपनी बैठक में देश के उन राज्यों का दौरा करने का निर्यण लिया है, जहां पर शराबबंदी की गई है। लेकिन बीजेपी नेता अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार की इच्छा शक्ती नहीं है, वरना एक आदेश पर शराबबंदी हो सकती है। वहीं, बीजेपी नेता रामविचार नेताम ने तो कमेटी के सदस्यों पर ही गंभीर आरोप लगा दिए।
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वहीं, बीजेपी नेताओं के बयान पर कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को ऐसे बयानों से बचना चाहिए। असल में दोनों ही पार्टियां अभी से ही विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। ऐसे में ये एक-दूसरे को घेरने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रही है।