राजेश मिश्रा/रायपुर। हर साल की तरह इस साल भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर रायपुर के महादेव घाट पर खारुन नदी में डुबकी लगाई। लेकिन सीएम का ये कार्तिक स्नान भाजपा को जरा भी रास नहीं आया, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि भूपेश बघेल पलटी मारने में पहले से ही माहिर हैं। इस बयान पर कांग्रेस ने भाजपा पर जमकर प्रहार किया और प्रदेश की संस्कृति का मजाक ना उड़ाने की नसीहत भी दी। क्या वाकई छत्तीसगढ़ियावाद के मुद्दे पर भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है। क्या विपक्ष इसपर इसीलिए बौखला रहा है।
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कुछ इस अंदाज में एक बार फिर राजनीति के माहिर खिलाड़ी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक कुशल तैराक की तरह कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर अलसुबह खारून नदी में डुबकी लगाई। लेकिन हर साल की तरह इस साल भी महादेव घाट पर स्नान करने पहुंच सीएम की डुबकी भाजपा की जरा भी रास नहीं आई। सीएम के स्नान को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति और छत्तीसगढ़ियावाद का जीवंत पर्याय बताया तो बीजेपी ने तंज कसा कि पलटी मारने में सीएम भूपेश का कोई तोड़ नहीं है।
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जाहिर है वार सत्ता और संगठन के सबसे बड़े चेहरे पर हुआ तो कांग्रेस ने भी आक्रामक अंदाज में जवाब दिया है। कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़िया वाद का भाजपा के पास कोई जवाब ही नहीं है। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के मुताबिक ये पूर्व सीएम रमन सिंह की प्रतिक्रिया भाजपा की खीज है। साथ ही कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी, यहां की संस्कृति का मजाक उड़ाना भाजपा के बड़ा महंगा पड़ेगा ।
भाजपा बार-बार ये याद दिलाती रही है कि प्रदेश का निर्माण दिवंगत पूर्व पीएम अटल जी ने किया, लेकिन ये भी उतना ही सच है कि प्रदेश की मिट्टी और विरासत से जुड़े तीज-त्यौहार को बड़े स्तर पर मनाकर जिस अंदाज में भूपेश सरकार ने सांस्कृतिक प्रतीकों को उभारा है उसका तोड़ आज भाजपा के पास नहीं दिखता है। सवाल ये कि क्या भाजपा वाकई वक्त रहते इसका तोड़ खोज पाएगी ?
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4 hours ago