CG Politics: ‘तेंदुलकर बनो, पायलट नहीं’.. प्रभारी सचिन पर भाजपा ने साधा निशाना तो कांग्रेस ने दिया करारा जवाब, कहा- सरदार पटेल बनिए सावरकर नहीं

'तेंदुलकर बनो, पायलट नहीं'.. छत्तीसगढ़ भाजपा ने किया ऐसा पोस्ट तो कांग्रेस ने दिया करारा जवाब, Congress said- Be Sardar Patel, not Savarkar On Chhattisgarh BJP's post

CG Politics: ‘तेंदुलकर बनो, पायलट नहीं’.. प्रभारी सचिन पर भाजपा ने साधा निशाना तो कांग्रेस ने दिया करारा जवाब, कहा- सरदार पटेल बनिए सावरकर नहीं
Modified Date: June 24, 2025 / 06:44 pm IST
Published Date: June 24, 2025 6:44 pm IST

रायपुरः CG Politics: प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट के दौरे के बीच छत्तीसगढ़ में सियासत गर्म हो गई है। उनके दौरे पर भाजपा उन पर निशाना साध रही है तो कांग्रेस नेता भाजपा पर लगातार पलटवार कर रही है। इसी बीच अब छत्तीसगढ़ भाजपा ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया है, जिस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है और कहा है कि गांधी बनिए, गोडसे नहीं। आखिर क्या है पूरा मामला समझते हैं इस खबर में..

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CG Politics: दरअसल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट इन दिनों छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। सोमवार को पायलट ने 4 अलग-अलग बैठकें ली। मंगलवार को प्रेसवार्ता कर बैठकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने 7 जुलाई को साइंस कॉलेज में होने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक की अध्यक्षता की और जिला अध्यक्षों के साथ-साथ पार्टी के अलग-अलग प्रकोष्ठों के प्रभारियों से भी बातचीत की। पायलट के इस दौरे बीच भाजपा ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया है, जिसमें लिखा है कि “जब लाइफ सचिन बनने का मौका दे, तो तेंदुलकर बनो, पायलट नहीं…”

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कांग्रेस ने किया पलटवार

भाजपा के इस एक्स पोस्ट का कांग्रेस ने जवाब दिया है। कांग्रेस ने एक्स पर लिखा कि “जब जीवन आपको कमल का चिन्ह दे, तो उसके जैसा कोमल बनिए, उसके आस-पास के कीचड की तरह नहीं”। “जब जीवन आज़ादी की लड़ाई में संघर्ष करने का मौका दे, तो सरदार पटेल बनिए सावरकर नहीं”। “जब जीवन एक नए देश के निर्माण में कंधा लगाने का मौका दे, तो गांधी बनिए, गोडसे नहीं”


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।