रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीजेपी युवा मोर्चा और युवा कांग्रेस में नियुक्तियों को लेकर घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां भाजयुमो में हाईकमान के बार-बार निर्देशों के बावजूद नियुक्तियां पूरी नहीं हो पायी, तो वहीं युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग में हुई नियुक्तियों को युवा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने निरस्त कर दिया।
बीजेपी और कांग्रेस के यूथ विंग म सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ जहां कई जिला में बीजेपी युवा मोर्चा की नियुक्ति अटकी है। वहीं यूथ कांग्रेस में भी आपसी विवाद के खबर सामने आ रही है। छ्त्तीसगढ़ भाजपा युवा मोर्चा के लिए दुर्ग , भिलाई , राजनांदगांव जिले और 100 मंडलों की कार्यकारिणी गले की हड्डी बनी हुई है। इन नियुक्तियों के लिए स्थानीय शीर्ष नेताओं की सहमति बनाने में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारियों का पसीना का छूट रहा है। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश के अल्टीमेटम के बाद अब इसकी जिम्मेदारी संगठन को दी गई है। वहीं दूसरी ओर सरगुजा , कोरबा और रायपुर जिले में जम्बो कार्यकारिणी बनाई गई है, जिसका भी विरोध शुरू हो गया है।
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युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग में नियुक्ति के बाद विवाद बढ़ गया है। 19 जुलाई का राजीव भवन में युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल राव ने प्रदेश भर से युवा कांग्रेसियों का साक्षात्कार लिया। साक्षात्कार के बाद मीडिया विभाग के नवनियुक्त पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी गई, वहीं इस सूची को छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रभारी संतोष गोलकुंडा ने प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व में अनुमति नहीं लेने की बात कहकर निरस्त कर दिया।
वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस अपने युवा विंग को मजबूत करने जा रही है। किन युवा विंग के अंदर ही घमासान पार्टी के जमीनी नेता और कार्यकर्ताओं को मनोबल तोड़ रहा है। इसलिए समय रहते भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को सामने आकर अपने युवा विंग के अंदर घमासान का हल करना होगा।