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Chhattisgarh / Dhamtari / Illegal extortion by forest department in Chhattisgarh, IBC24 team exposed this scam
Chhattisgarh Crime News: वन विभाग के नाके में अवैध वसूली का गोरखधंधा.. छत्तीसगढ़ के इस जिले में हर दिन लाखों की कमाई.. IBC24 का सनसनीखेज खुलासा..
IBC24 ने अपने गुप्त कैमरे से इस अवैध गतिविधि का वीडियो बनाया है। फुटेज में साफ दिखा कि चेकपोस्ट पर बेधड़क तरीके से वाहन चालकों से पैसे वसूले जा रहे हैं। यह गोरखधंधा केवल पैसे वसूलने तक सीमित नहीं है, बल्कि सरकारी विभाग की छवि पर भी सवाल खड़े करता है।
Illegal extortion by forest department in Chhattisgarh | Image- IBC24 News File
Illegal extortion by forest department in Chhattisgarh: धमतरी: छत्तीसगढ़ में शहरी क्षेत्रों की कानून-व्यवस्था पर जहां चर्चाएं गर्म हैं, वहीं ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में अवैध वसूली का खेल बेखौफ जारी है। इस बार मामला वन विभाग से संबंधित है।
धमतरी जिले में इन दिनों वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध वसूली का खुलासा हुआ है। IBC24 की टीम ने इस गोरखधंधे को उजागर किया। बताया जा रहा है कि वन विभाग के चेकपोस्ट पर हर तरह के वाहनों से बिना किसी पावती या रसीद के 20 से 50 रुपये तक की वसूली की जा रही है। खास बात यह है कि ड्राइवरों को भी यह समझ नहीं आता कि उनसे यह रकम क्यों और किस आधार पर ली जा रही है।
कैसे हो रही वसूली?
धमतरी जिले के सीतानदी उदंती बोराई चेकपोस्ट पर यह अवैध वसूली खुलेआम हो रही है। इस मार्ग से हर दिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। ड्राइवरों को जल्दी में होने के कारण न तो रकम की मांग का कारण पूछने का समय मिलता है और न ही वे रसीद की मांग करते हैं। इस स्थिति का फायदा उठाकर चेकपोस्ट पर मौजूद लोग वसूली करने में लगे हुए हैं।
स्टिंग ऑपरेशन से हुआ खुलासा
IBC24 ने अपने गुप्त कैमरे से इस अवैध गतिविधि का वीडियो बनाया है। फुटेज में साफ दिखा कि चेकपोस्ट पर बेधड़क तरीके से वाहन चालकों से पैसे वसूले जा रहे हैं। यह गोरखधंधा केवल पैसे वसूलने तक सीमित नहीं है, बल्कि सरकारी विभाग की छवि पर भी सवाल खड़े करता है।
प्रशासन और कानून पर सवाल
इस घटना ने प्रशासन और कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। शहरी इलाकों में कानून का पालन कराने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन ग्रामीण और जंगल क्षेत्रों में इस तरह की गतिविधियां वन विभाग की साख पर बट्टा लगा रही हैं।
A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown