प्रशांत सहारे, खैरागढ़ः Khairagarh News: खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में इन दिनों मौसमी बीमारी का कहर देखने को मिल रहा है। विधायक यशोदा वर्मा का गृहग्राम देवारीभाट डायरिया की चपेट में आ गया है। पिछले तीन दिनों में करीब 40 ग्रामीण बीमार पड़ चुके हैं। उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत है। हालात यह हैं कि खैरागढ़ सिविल अस्पताल में बेड की भारी कमी के कारण कई मरीजों को दवा देकर घर भेजना पड़ रहा, जबकि कुछ को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। स्थिति को गंभीर देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गांव में विशेष शिविर लगाकर मरीजों का उपचार शुरू किया है।
Khairagarh News: डायरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बार-बार पतला या पानी जैसा मल त्याग होता है। इसके प्रमुख लक्षणों में पेट में ऐंठन, दर्द, उल्टी, जी मचलाना, बुखार, थकान और डिहाईड्रेशन शामिल हैं। डिहाईड्रेशन के लक्षणों में मुंह सूखना, कमजोरी, चक्कर आना या पेशाब कम होना शामिल हो सकता है। अगर दस्त 2-3 दिन से ज्यादा बने रहें या लक्षण गंभीर हों, जैसे तेज बुखार या मल में खून, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। दूषित पानी या भोजन दस्त का प्रमुख कारण हो सकता है।
दस्त से बचने के लिए स्वच्छता और सावधानी बरतना जरूरी है। हमेशा स्वच्छ पानी पिएं, इसके लिए आप आरओ या फिल्टर पानी का उपयोग कर सकते हैं। खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोएं। ताजा और अच्छी तरह पका हुआ भोजन खाएं और कच्चे फल-सब्जियों को अच्छे से धो लें। दस्त होने पर ओआरएस या नमक-चीनी का घोल पीकर डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं। अगर स्तिथि गंभीर तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।