राजिम। क्षेत्र के धान संग्रहण केंद्र कुण्डेल भांटा में नियमों को ताक में रख कर रात को संग्रहण केंद्र से धान परिवहन करने का बड़ा खेल चल रहा है। जिससे कई गड़बड़ी होने की आशंका भी जतायी जा रही है। आपको बता दे की सर्मथन मूल्य में खरीदी गई धान को यहां पर संग्रहित किया जाता है, जिससे बाद में शासकीय प्रक्रिया के तहत ट्रांसपोर्ट के माध्यम से राइस मिलरों को दिया जाता है।
रात में धान चोरी या हेराफेरी की आशंका को देखते हुए सुबह दिन के उजाले से शाम 6 बजे के बीच का समय परिवहन का रहता है। बावजूद इसके धड़ल्ले से रात के 9 बजे तक परिवहन का कार्य किया जा रहा है, जो धान संग्रहण केंद्र के प्रभारी के कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। वही मीडिया को कवरेज़ करते देख तत्काल परिवहन रोक कर संग्रहण केंद्र का गेट बंद कर दिया गया। मामले को लेकर केंद्र प्रभारी दीपक कन्नौजे शासकीय प्रक्रिया में देरी होने व रात में परिवहन नहीं करने और किसी भी प्रकार का शासकीय आदेश नहीं होने का हवाला दे रहे है, तो वहीं दूसरी ओर जिला विपणन अधिकारी अमित चंद्रकार ने रात में हो रहे परिवहन को गलत बता कर कार्रवाई करने की बात कह रहे है।
अब देखना होगा कि इस रात के अंधेरे में होने वाले धान के परिवहन पर कब और क्या कार्रवाई करते है। आपको बता दे कि यदि दिन के उजाले में परिवहन किया जाता है तो किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका नहीं रहती, लेकिन नियमो को ताक में रखकर यदि रात के अंधेरे में परिवहन होता है तो उसमें धान चोरी होने का बड़ा खेल खेला जाता है, जिसे शासन को शार्टेज दिखाकर उसमें अपनी खानापूर्ति कर ली जाती है, वैसे भी कुंडेल धान संग्रहण केंद्र में पिछले वर्ष शासन को हुवे धान की शार्टेज की नुकसान के मामले में विभागीय जांच चल रहा है बावजूद उसके धान की हेराफेरी का कार्य अभी तक नही रुका है जोकि रात के अंधेरे में अंजाम दिया जा रहा है।
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