Chhattisgarh Naxalites Surrender: अब उदंती एरिया कमेटी कमांडर ने बनाया ‘सरेंडर’ का मन.. सामने आया खत, एसपी बोले, ‘आपके सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी’

शुक्रवार को बस्तर के जगदलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में 208 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इस दौरान उनके हाथों में भारतीय संविधान था और उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने का स्वागत किया गया।

Chhattisgarh Naxalites Surrender: अब उदंती एरिया कमेटी कमांडर ने बनाया ‘सरेंडर’ का मन.. सामने आया खत, एसपी बोले, ‘आपके सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी’

Chhattisgarh Naxalites Surrender | Image- ibc24 news file


Reported By: Farooq Memon,
Modified Date: October 18, 2025 / 04:05 pm IST
Published Date: October 18, 2025 1:30 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नक्सली कमांडर सुनील करेगा आत्मसमर्पण
  • एसपी बोले—सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी
  • रूपेश और सोनू दादा से प्रेरित निर्णय

Chhattisgarh Naxalites Surrender: गरियाबंद: नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिले से बड़ी खबर सामने आई है। उदंती एरिया कमेटी के प्रमुख कमांडर सुनील ने एक पत्र जारी कर सशस्त्र संघर्ष को विराम देने और हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।

इस वजह से किया आत्मसमर्पण का फैसला

इस पत्र में सुनील ने लिखा है कि मौजूदा हालात सशस्त्र संघर्ष के अनुकूल नहीं रहे। कई महत्वपूर्ण साथी मारे जा चुके हैं। अब खुद को बचाना जरूरी है। उन्होंने हाल ही में बस्तर और महाराष्ट्र में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली नेताओं सोनू दादा और रूपेश के फैसले का समर्थन करते हुए 20 अक्टूबर को सेट पर 12.30 बजे चर्चा करने की बात कही है।

Chhattisgarh Naxalites Surrender (1)

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एसपी राखेचा ने किया स्वागत

Chhattisgarh Naxalites Surrender: दूसरी तरफ गरियाबंद के एसपी निखिल राखेचा ने नक्सलियों के इस पत्र का स्वागत करते हुए कहा है कि यह एक सकारात्मक संकेत है। जो भी नक्सली आत्मसमर्पण के लिए आगे आएंगे, उनकी और उनके परिवार की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी होगी।

208 नक्सलियों ने किया सरेंडर

Chhattisgarh Naxalites Surrender: शुक्रवार को बस्तर के जगदलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में 208 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इस दौरान उनके हाथों में भारतीय संविधान था और उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने का स्वागत किया गया। अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले समूह में 110 महिलाएँ और 98 पुरुष शामिल हैं, जो प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के विभिन्न स्तरों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें एक केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम), चार दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति (डीकेएसजेडसी) सदस्य, एक क्षेत्रीय समिति सदस्य, 21 संभागीय समिति सदस्य (डीवीसीएम), 61 क्षेत्रीय समिति सदस्य (एसीएम), 98 पार्टी सदस्य और 22 पीएलजीए/आरपीसी/अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं।

नक्सलियों ने पुलिस को सौंपे हथियार

हथियार डालने वाले शीर्ष माओवादी नेताओं में रूपेश उर्फ ​​सतीश (केंद्रीय समिति सदस्य), भास्कर उर्फ ​​राजमन मंडावी (डीकेएसजेडसी सदस्य), रनिता (डीकेएसजेडसी सदस्य), राजू सलाम (डीकेएसजेडसी सदस्य), धन्नू वेट्टी उर्फ ​​संटू (डीकेएसजेडसी सदस्य) और रतन एलाम (क्षेत्रीय समिति सदस्य) शामिल थे।
अभियान के दौरान माओवादियों ने 153 हथियार सौंपे, जिनमें 19 एके-47 राइफलें, 17 एसएलआर राइफलें, 23 इंसास राइफलें, एक इंसास एलएमजी, 36 .303 राइफलें, चार कार्बाइन, 11 बीजीएल लांचर, 41 बारह बोर या सिंगल-शॉट बंदूकें और एक पिस्तौल शामिल हैं।

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