Bilaspur Conversion Case: ईसाई धर्म की किताबें लेकर प्रार्थना कर रहे थे हिंदू, दिया गया था ये प्रलोभन, न्यायधानी से फिर सामने आया धर्मांतरण
ईसाई धर्म की किताबें लेकर प्रार्थना कर रहे थे हिंदू, दिया गया था ये प्रलोभन, Hindus were offering prayers with Christian books, they were lured into doing so
- हिन्दू संगठनों की सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई
- दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
- पुलिस ने धारा 299 और 3(5) के तहत जांच शुरू की।
बिलासपुरः Bilaspur Conversion Case: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में फिर एक बार फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया है। प्रार्थना सभा के आड़ में धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र के कुकुर्दीखुर्द गांव का है।
Bilaspur Conversion Case: हिन्दू संगठन के सदस्यों को सूचना मिली कि गांव के संजय डांडेकर के घर में ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग मौजूद हैं। यहां संजय डांडेकर और रिरिक लहसकर ईसाई धर्म का प्रचार करते हुए प्रलोभन देकर धर्मांतरण का काम कर रहे हैं। पुलिस को सूचना देते हुए हिन्दू संगठनों ने मौके पर दबिश दी। यहां बड़ी संख्या में महिला -पुरुष और बच्चे मौजूद मिले। बाइबिल और अन्य ईसाई धर्म के साहित्यों के माध्यम से प्रार्थना करते हुए उन्हें अलग- अलग प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
हिन्दू संगठनों के दबिश के बाद हंगामे की भी स्थिति निर्मित हुई। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद प्रार्थना सभा को बंद कराया गया। हिन्दू संगठन के नारायण पटेल ने मामले की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले में संजय डांडेकर और रिरिक लहसकर के खिलाफ धारा 299 और 3(5) के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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