Online cyber crime : सायबर फ्रॉड करने वाले अंतरराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश, झारखंड से पांच आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

online cyber crime in chhattisgarh: आरोपियों ने मनेन्द्रगढ़ के मौहारपारा इलाके में रहने वाले वसीम नामक युवक के साथ नए तरीके से सायबर घटना कारित करते हुए ई सिम के माध्यम से करीब दो लाख रुपए का आनलाइन फ्रॉड किया गया ।

Online cyber crime : सायबर फ्रॉड करने वाले अंतरराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश, झारखंड से पांच आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

online cyber crime in chhattisgarh, image credit ibc24

Modified Date: December 13, 2024 / 11:56 pm IST
Published Date: December 13, 2024 11:50 pm IST

मनेंद्रगढ़: Online cyber crime in chhattisgarh, मनेन्द्रगढ़ की सिटी कोतवाली पुलिस को सायबर फ्रॉड करने वाले अंतरराज्जीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है । झारखंड के रांची से पांच आरोपी पकड़े गए हैं जो एपीके फ़ाइल के माध्यम से अपराध करते थे । पकड़े गए आरोपियों के पास से दो आईफोन छ: एंड्राइड मोबाइल, 13 डेबिट कार्ड, 25 सिम कार्ड और एक लैपटॉप जब्त किया गया है ।

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आपको बता दें कि पकड़े गए सभी आरोपी मिथलेश दास, सत्यानंद दास, रिनाल दास, संतोष दास और कुंदन दास झारखंड के देवघर जिला के रहने वाले हैं । इनके पास से दो लाख 85 हजार रुपए का सामान जब्त किया गया है । आरोपियों ने मनेन्द्रगढ़ के मौहारपारा इलाके में रहने वाले वसीम नामक युवक के साथ नए तरीके से सायबर घटना कारित करते हुए ई सिम के माध्यम से करीब दो लाख रुपए का आनलाइन फ्रॉड किया गया ।

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Online cyber crime in chhattisgarh सिटी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया । पकड़े गए आरोपियों ने छतीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा महाराष्ट्र राज्य में भी अपराध करना स्वीकार किया है । पुलिस टीम की बारह दिनों की मेहनत के बाद सभी आरोपी पकड़ में आ सके हैं ।

FAQ: सायबर फ्रॉड अंतरराज्जीय गिरोह से संबंधित सामान्य प्रश्न

1. सायबर फ्रॉड अंतरराज्जीय गिरोह कैसे काम करता है?

यह गिरोह एपीके फाइल और ई-सिम जैसी तकनीकों का उपयोग करके पीड़ितों के बैंक खातों तक पहुंच प्राप्त करता है और ऑनलाइन धोखाधड़ी करता है।

2. पुलिस ने इस गिरोह को कैसे पकड़ा?

सिटी कोतवाली पुलिस ने मामले की गहन जांच के बाद 12 दिनों की मेहनत से इन आरोपियों को झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया।

3. सायबर फ्रॉड के मुख्य आरोपी कौन हैं?

मुख्य आरोपी मिथलेश दास, सत्यानंद दास, रिनाल दास, संतोष दास और कुंदन दास हैं।

4. क्या इस गिरोह ने अन्य राज्यों में भी अपराध किया है?

हाँ, आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, और महाराष्ट्र में भी सायबर फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम दिया है।

5. सायबर फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है?

अज्ञात एपीके फाइल डाउनलोड न करें, अनजान ईमेल या मैसेज में लिंक पर क्लिक करने से बचें, और बैंकिंग विवरण को सुरक्षित रखें।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com