Chhattisgarh News | Photo Credit: IBC24
रायपुर: Chhattisgarh News क्या कांग्रेस में चमचागिरी कल्चर ही असल कल्चर है? क्या अपने नेता को प्रमोट करना जरूरी है, चाहे पार्टी लाइन से अलग ही क्यों ना जाना पड़ जाए। उसके लिए अनुशासन की हद ही क्यों ना पार करनी पड़े। ये सवाल उठाया है बीजेपी ने, और इसकी वजह दी कांग्रेस के ही सीनियर नेता की एक नसीहत ने, हालांकि, बीजेपी के वार पर कांग्रेस ने भी तगड़ा पलटवार किया, लेकिन सवाल ये है कि असलियत में क्या पार्टी के भीतर चमचा कल्चर हावी है, जिसे लेकर अब पार्टी के वरिष्ठ खुलकर बोलने लगे हैं। क्या कांग्रेस इस असल चिंता मानकर, स्वीकार कर सुधार करेगी या फिर वही ढाक के तीन पात वाली बात सच साबित होगी?
Chhattisgarh News तो छत्तीसगढ़ बीजेपी ने कुछ इस अंदाज में कांग्रेस पर सीधा और करारा कटाक्ष किया। बीजेपी का ये पोस्ट जुड़ा है नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत की अपने नेताओं को दी गई नसीहत से गुरूवार को बीजेपी ने एक के बाद एक, दो पोस्ट करते हुए कांग्रेस को चमचों की पार्टी बताया। बीजेपी ने पहली पोस्ट में राजीव भवन का नाम बदलकर चमचा भवन दिखाया तो दूसरी पोस्ट में तंज भरे लहजे पूर्व CM भूपेश बघेल और रविन्द्र चौबे को बात करते दिखाया, जिसमें भूपेश कह रहे हैं – चमचा होना कोई खराबी हे का, पूरा पार्टी 10 जनपद के चमचागिरी करत हे। पोस्ट वायरल हुई तो, बीजेपी नेताओं ने कहा ये कांग्रेस का पुराना और असल कल्चर है।
कांग्रेस भवन और अपने नेता पर कटाक्ष पर जवाब दिया PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि इस हिसाब से तो बीजेपी मुख्यालय का नाम ‘नमक हराम भवन’ होना चाहिए। साथ ही महंत की नसीहत का भी बचाव किया।
दरअसल, बुधवार को राजीव भवन में मैराथन मीटिंग्स के क्रम में, नगर और जिलाध्यक्षों की मीटिंग हुई। जिसमें नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि नेता अपने चमचों को संभाले जो अति-उत्साह में मीटिंग्स और पार्टी के भीतर की बातें सार्वजनिक कर पार्टी की मुश्किलें बढ़ाते हैं। महंत की इसी नसीहत पर बीजेपी नेताओं ने चमचागिरी को कांग्रेस का कल्चर बताते हुए। कांग्रेस के हर नेता को बड़े नेताओं का चमचा बताते हुए तंज कसा। इसके अलावा बैज-चौबे की मुलाकात के बाद चौबे के बदले रुख को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।