Janjgir Champa News: छात्रों के साथ ये गलत काम करना पड़ा भारी! स्वामी आत्मानंद स्कूल की प्राचार्य सस्पेंड, अभिभावकों ने लगाए थे गंभीर आरोप

Janjgir Champa News: छात्रों के साथ ये गलत काम करना पड़ा भारी! स्वामी आत्मानंद स्कूल की प्राचार्य सस्पेंड, अभिभावकों ने लगाए थे गंभीर आरोप

  • Reported By: Rajkumar Sahu

    ,
  •  
  • Publish Date - July 5, 2025 / 04:04 PM IST,
    Updated On - July 5, 2025 / 04:06 PM IST

Janjgir Champa News | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • स्वामी आत्मानंद स्कूल पामगढ़ की प्राचार्य निलंबित,
  • एडमिशन के नाम पर वसूली पड़ी भारी,
  • अभिभावकों से अवैध वसूली के आरोप में हुई कार्रवाई

जांजगीर-चाम्पा: Janjgir Champa News:  जांजगीर-चाम्पा जिले के पामगढ़ स्थित स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती एनजे एक्का को निलंबित कर दिया और उनकी प्रतिनियुक्ति को समाप्त कर DEO ऑफिस में अटैच किया गया है। शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने निलंबन का आदेश किया है।

Read More : सावन से पहले प्रकट हुए भोलेनाथ! बरगद के नीचे निकला रहस्यमयी शिवलिंग, रातों-रात उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

Janjgir Champa News:  दरअसल अभिभावकों ने प्राचार्य द्वारा एडमिशन के नाम पर 15 सौ और टाई-बेल्ट के लिए 3 सौ रुपये की मांगने की शिकायत की थी। इस पर डीईओ ने 2 सदस्यीय जांच टीम गठित की और जांच रिपोर्ट के बाद डीईओ ने शिक्षा विभाग को प्राचार्य पर कार्रवाई करने प्रतिवेदन भेजा था। इस तरह शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने प्राचार्य श्रीमती एनजे एक्का को निलंबित को कर दिया है।

प्राचार्य निलंबन का कारण क्या था?

प्राचार्य श्रीमती एनजे एक्का को एडमिशन के नाम पर अवैध रूप से ₹1500 और टाई-बेल्ट के ₹300 मांगने की शिकायत के बाद निलंबित किया गया है।

क्या प्राचार्य निलंबन की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है?

नहीं, फिलहाल प्राचार्य निलंबन से संबंधित विस्तृत जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन डीईओ की दो सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी थी।

प्राचार्य निलंबन के बाद आगे क्या कार्रवाई हुई है?

प्राचार्य की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उन्हें DEO कार्यालय अटैच किया गया है। अब आगे की जांच और विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

क्या टाई-बेल्ट शुल्क मांगना नियम विरुद्ध है?

सरकारी विद्यालयों में बिना अधिकृत अनुमति के किसी प्रकार का शुल्क लेना अवैध माना जाता है। इसलिए टाई-बेल्ट शुल्क लेना भी नियमों के खिलाफ था।

क्या इस प्रकार की अन्य "प्राचार्य निलंबन" की घटनाएं सामने आई हैं?

छत्तीसगढ़ में शिक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समय-समय पर ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई होती रही है, जिससे अनुशासन और जवाबदेही बनी रहे।

शीर्ष 5 समाचार