MLA Sheshraj Harbans: ‘मरवा दूंगा’ तक की धमकी! कांग्रेस विधायक और रेत माफिया की बातचीत का वीडियो आया सामने, रेत डील का खुलासा या साजिश?
MLA Sheshraj Harbans: ‘मरवा दूंगा’ तक की धमकी! कांग्रेस विधायक और रेत माफिया की बातचीत का वीडियो आया सामने, रेत डील का खुलासा या साजिश?
MLA Sheshraj Harbans/Image Source: IBC24
- "रेत माफिया से डील की बात पर बवाल,
- कांग्रेस विधायक का 17 मिनट का सफाई वीडियो जारी,
- कांग्रेस विधायक पर उठे सवाल,
जांजगीर-चांपा : Janjgir-Champa News छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा ज़िले के पामगढ़ की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे रेत माफिया से 10 लाख रुपये की डील करते हुए सुने जा रहे हैं। इस ऑडियो के सामने आने के बाद विधायक ने सफाई देते हुए 17 मिनट का एक वीडियो जारी किया है। कथित ऑडियो में जिस रेत माफिया रोशन का नाम सामने आया है उसी रोशन से विधायक बिलासपुर के राजकिशोर नगर स्थित अपने निवास में बात करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं।
MLA Sheshraj Harbans: वीडियो में रोशन कहते सुने जा रहे हैं कि राजेश भारद्वाज पामगढ़ तहसील में मिला था मरवा दूंगा बोला था। रोशन यह भी कहता नजर आ रहा है कि वह विधायक के साथ मिलकर ज़मीन के एक मामले में लगे हुए हैं। साथ ही चालान पटवाने और चालान की राशि कम कराने के लिए विधायक से मिलने की बात करता है। दूसरी ओर पामगढ़ के कांग्रेस नेता राजेश भारद्वाज जिन पर ऑडियो वायरल करने का आरोप विधायक ने लगाया है उन्होंने जांजगीर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वायरल ऑडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है। यदि विधायक और रोशन के बीच बातचीत हुई है तो वे खुद जानें उनका इससे कोई संबंध नहीं है।
MLA Sheshraj Harbans: राजेश भारद्वाज ने मांग की है कि ऑडियो की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। दोनों के मोबाइल और कॉल डिटेल की जांच की जाए। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए भूमाफिया के आरोपों को भी खारिज करते हुए कहा कि अगर उन्होंने कहीं ज़मीन की खरीदी-बिक्री की है तो उसकी जांच करवा ली जाए। वे भू-माफिया नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में विधायक का गहरा दखल है। अधिकारी भी सीधे काम नहीं करते पहले कहते हैं कि विधायक से मिलिए,फिर उनके पास आइए। यदि कार्रवाई करनी है तो केवल 1 पर क्यों सभी 40 लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बारे में अवगत कराया था लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वायरल ऑडियो की निष्पक्ष जांच ज़रूरी है।

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