Keshkal News: जान से मारने की धमकी देकर किया दुष्कर्म… 8 महीने की गर्भवती हुई नाबालिग, आरोपी गिरफ्तार
फरसगांव थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता 8 महीने की गर्भवती है। पुलिस ने आरोपी देवनाथ नेताम को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। पूरे इलाके में इस घटना को लेकर आक्रोश फैल गया है और पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
- नाबालिग से जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म।
- आरोपी देवनाथ नेताम को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
- पूरे मामले की गहन जांच और न्यायिक प्रक्रिया जारी।
Keshkal News: Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के फरसगांव थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ हुई दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, जहां आरोपी युवक ने जान से मारने की धमकी देकर उसकी जिंदगी तबाह कर दी, जिससे वो अब आठ महीने की गर्भवती है। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। युवक ने नाबालिग लड़की को धमकाकर लगातार दुष्कर्म किया, जिसके चलते पीड़िता 8 महीने की गर्भवती हो गई। पुलिस ने आरोपी देवनाथ नेताम को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
घटना का खुलासा कैसे हुआ
मामला तब सामने आया जब नाबालिग की तबीयत लगातार बिगड़ने लगी। परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां जांच में पता चला कि वह 8 महीने की गर्भवती है। यह खबर सुनकर परिवार के होश उड़ गए। जब उन्होंने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने बताया कि गांव के ही युवक देवनाथ नेताम ने उसे जान से मारने की धमकी देकर कई बार शारीरिक शोषण किया। पीड़िता ने डर के कारण किसी को कुछ नहीं बताया था। आरोपी ने धमकियों और मानसिक दबाव का इस्तेमाल करते हुए महीनों तक उसका शोषण किया। परिवार को सच्चाई का पता चलते ही वो सीधे फरसगांव थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने की तुरंत कार्रवाई
Keshkal News: शिकायत मिलते ही फरसगांव थाना पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए तत्काल कार्रवाई की और आरोपी देवनाथ नेताम को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, दुष्कर्म की धाराएं और धमकी देने से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है और पूरे मामले की गहन जांच जारी है। थाना प्रभारी ने कहा कि ये मामला बेहद संवेदनशील है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसे सुरक्षित माहौल में रखा गया है। मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज किया गया है। महिला पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम को जांच में लगाया गया है ताकि पीड़िता को हर संभव सहयोग और न्याय मिल सके।
सामाजिक प्रतिक्रिया और आक्रोश
इस घटना से पूरे क्षेत्र में गहरा आक्रोश फैल गया है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि समाज में एक सशक्त संदेश जा सके। कई स्थानीय संगठन पीड़िता और उसके परिवार को कानूनी व मानसिक सहयोग प्रदान करने के लिए आगे आए हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या धमकाने की स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचना दें। समय पर रिपोर्टिंग से ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है और पीड़ितों को जल्दी न्याय मिल सकता है। पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है और आरोपी को कठोर सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।

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