Panchayat Sachiv Viral Video: नशे में धुत सचिव का वीडियो वायरल, पंचायत भवन में टेबल पर पैर रख सोता दिखा, ग्रामीण बोले- अब बर्दाश्त नहीं
नशे में धुत सचिव का वीडियो वायरल, पंचायत भवन में टेबल पर पैर रख सोता दिखा...Panchayat Secretary Viral Video: Video of drunk secretary
Panchayat Sachiv Viral Video | Image Source | IBC24
- नवापारा पंचायत में तैनात सचिव की लापरवाही,
- गैरजिम्मेदाराना रवैये को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश,
- सचिव शराब के नशे में पहुंचते हैं पंचायत भवन,
कोरबा: जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के नवापारा पंचायत में तैनात सचिव रामेश्वर प्रसाद राजवाड़े की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये को लेकर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव अक्सर शराब के नशे में पंचायत भवन पहुंचते हैं और कार्य करने के बजाय वहीं आराम करते पाए जाते हैं। इससे न केवल शासकीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं बल्कि आम नागरिकों को आवश्यक दस्तावेज़ और सुविधाएं भी समय पर नहीं मिल पा रही हैं।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक सचिव राजवाड़े से जब भी कोई दस्तावेज़ या जानकारी मांगी जाती है तो वे गाली-गलौज और अभद्र भाषा में प्रतिक्रिया देते हैं। पहले भी उनका एक वीडियो वायरल हो चुका है जिसमें वे पंचायत भवन में नशे की हालत में सोते नज़र आए थे। अब एक नया वीडियो सामने आने के बाद मामला फिर गरमा गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार सचिव काम करने की बजाय टेबल पर पैर रखकर सो रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल नवापारा पंचायत की समस्या नहीं है। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड की कई पंचायतों में सचिवों की गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली आम हो चली है। जनप्रतिनिधियों और नागरिकों द्वारा की गई शिकायतों के बाद भी प्रशासन केवल औपचारिक नोटिस जारी कर इतिश्री कर लेता है।पंचायत विभाग के सूत्रों का कहना है कि सचिवों की भारी कमी के चलते कार्रवाई करना कठिन हो गया है। कई सचिवों को एक साथ दो से तीन पंचायतों का जिम्मा सौंपा गया है जिससे कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर असर पड़ रहा है।
वहीं ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि जब कोई सचिव अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहा है तो उसकी मौजूदगी से अधिक नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि ऐसे सचिवों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए और ग्राम पंचायतों को योग्य व जिम्मेदार अधिकारी उपलब्ध कराए जाएं ताकि जनता को समय पर शासकीय सेवाएं मिल सकें और पंचायत व्यवस्था में लोगों का विश्वास बहाल हो।

Facebook



