Vallari Chandrakar Mahasamund: लाखों रुपये का पैकेज ठुकराकर गांव में हाईटेक खेती कर रही वल्लरी चंद्राकर.. 30 से ज्यादा महिलाओं को दिया रोजगार, देखें और सुनें पूरी कहानी..

IBC 24 के संवाददाता धनंजय त्रिपाठी की रिपोर्ट के अनुसार, वल्लरी का यह कदम एक नई सोच और आत्मनिर्भरता का संदेश देता है, जो हर युवा को अपने सपनों के पीछे बिना रुके मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है।

Modified Date: January 1, 2025 / 04:19 pm IST
Published Date: January 1, 2025 4:19 pm IST

 

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Vallari Chandrakar Mahasamund Story: महासमुंद: “जमीन कम पड़ी तो आसमान भी जीत लूंगी,” यह सोच रखने वाली वल्लरी चंद्राकर ने अपने साहस और दृढ़ संकल्प से एक नई मिसाल कायम की है। कंप्यूटर साइंस में एमटेक की डिग्री लेने के बाद, उन्होंने लाखों के पैकेज वाली नौकरी और प्रोफेसर बनने का अवसर छोड़ दिया। उनका सपना था अपनी मिट्टी से जुड़कर कुछ अलग करना।

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वल्लरी, जो शादी के बाद मायके और ससुराल दोनों की जिम्मेदारियां संभाल रही हैं, आज 24 एकड़ जमीन पर फल और सब्जियों की हाईटेक खेती कर रही हैं। उनके खेत में आधुनिक तकनीक और परंपरागत खेती का बेहतरीन संगम देखने को मिलता है। वल्लरी न केवल ट्रैक्टर चलाती हैं, बल्कि खेती के सभी कार्यों में खुद अपनी भूमिका निभाती हैं।

Vallari Chandrakar Mahasamund Story: अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने 30 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर दिए हैं। यह कदम न केवल उनके आत्मनिर्भर होने का प्रमाण है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

वल्लरी की यह यात्रा आसान नहीं रही। देश-विदेश में नौकरी के आकर्षक प्रस्तावों को ठुकराकर उन्होंने अपनी जड़ों से जुड़ने का फैसला किया। आज उनकी मेहनत का नतीजा यह है कि उनकी हाईटेक खेती को देखने और सीखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

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Vallari Chandrakar Mahasamund Story: उनके प्रयासों को कई पुरस्कारों और सम्मान पत्रों के माध्यम से सराहा गया है। वल्लरी का यह योगदान न केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात है, बल्कि उनके गांव और समाज के लिए भी प्रेरणा है।

IBC 24 के संवाददाता धनंजय त्रिपाठी की रिपोर्ट के अनुसार, वल्लरी का यह कदम एक नई सोच और आत्मनिर्भरता का संदेश देता है, जो हर युवा को अपने सपनों के पीछे बिना रुके मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है।


महासमुंद की वल्लरी चंद्राकर की कहानी

 

  • वल्लरी चंद्राकर ने हाईटेक खेती का निर्णय क्यों लिया?

  • वल्लरी चंद्राकर ने लाखों रुपये के पैकेज वाली नौकरी और प्रोफेसर बनने का अवसर छोड़कर अपनी मिट्टी से जुड़ने का फैसला किया। उनका सपना था कि वे पारंपरिक और आधुनिक कृषि तकनीकों का इस्तेमाल कर कुछ नया और प्रेरणादायक करें।
  • वल्लरी चंद्राकर किस प्रकार की खेती करती हैं?

  • वल्लरी 24 एकड़ जमीन पर फल और सब्जियों की हाईटेक खेती करती हैं। उनके खेत में आधुनिक तकनीक और पारंपरिक खेती का बेहतरीन संगम देखने को मिलता है।
  • वल्लरी चंद्राकर ने कितने लोगों को रोजगार दिया है?

  • अपनी मेहनत और लगन से वल्लरी ने 30 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं।
  • वल्लरी के प्रयासों को किस प्रकार सराहा गया है?

  • वल्लरी चंद्राकर के प्रयासों को कई पुरस्कारों और सम्मान पत्रों के माध्यम से सराहा गया है। उनकी हाईटेक खेती देखने और सीखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
  • वल्लरी चंद्राकर की कहानी से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

  • वल्लरी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर दृढ़ संकल्प और मेहनत हो, तो अपने सपनों को पूरा किया जा सकता है। उनकी यात्रा युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने सपनों के लिए न रुकने की प्रेरणा देती है।

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लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown