महतारी हुंकार रैली के मायने? शहर में कांग्रेस ने क्यों लगाए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के विरोध में पोस्टर
आज प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा के द्वारा महतारी हुंकार रैली का महा आयोजन किया जा रहा है। इसके ठीक पहले बिलासपुर में कांग्रेस ने शहर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के दौरे के विरोध में जगह-जगह पोस्टर लगा दिए हैं, जिसमें स्मृति ईरानी गो बैक और महंगाई के मुद्दे को लेकर कांग्रेस केंद्रीय मंत्री का विरोध कर रही है।
Bjp mahtari hunkar railly chhattisgarh
Bjp mahtari hunkar railly : बिलासपुर। महिला अपराध, महंगाई जैसे बुनियादी मुद्दों को लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी बिलासपुर में 11 नवम्बर यानी आज महतारी हुंकार रैली का आयोजन करने जा रही है । केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व में होने वाली इस हुंकार रैली के कई सियासी मायने हैं । इस रैली के माध्यम से बीजेपी सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल फूंकती नजर आ रही है । नया साल अब बिल्कुल दहलीज पर है और नया साल प्रदेश के सियासत के मद्देनजर इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि आनेवाला वर्ष चुनावी साल है ।
स्मृति ईरानी के दौरे के विरोध में जगह-जगह पोस्टर
आज प्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा के द्वारा महतारी हुंकार रैली का महा आयोजन किया जा रहा है। इसके ठीक पहले बिलासपुर में कांग्रेस ने शहर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के दौरे के विरोध में जगह-जगह पोस्टर लगा दिए हैं, जिसमें स्मृति ईरानी गो बैक और महंगाई के मुद्दे को लेकर कांग्रेस केंद्रीय मंत्री का विरोध कर रही है। महतारी हुंकार रैली को सफल बनाने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आंदोलन में शामिल हो रही हैं। ऐसे में जिला कांग्रेस कमेटी ने केंद्रीय मंत्री के दौरे के विरोध करने का ऐलान किया है।
Bjp mahtari hunkar railly: कांग्रेसी आज विरोध में केंद्रीय मंत्री को काला झंडा दिखाने वाले हैं। लेकिन इससे पहले कांग्रेस ने शहर में जगह-जगह स्मृति ईरानी गो बैक और महंगाई जैसे मुद्दे को लेकर विरोध में पोस्टर लगा दिए हैं। इस पोस्टर वॉर से एक बार फिर से शहर की सियासत गरमा गई है। महारैली आंदोलन के दौरान टकराव की स्थिति बन सकती है।
रैली के माध्यम से बीजेपी की राजनीतिक ताकत का विस्तार
दरअसल बिलासपुर में आयोजित होने वाली इस बड़ी रैली के माध्यम से बीजेपी अपनी राजनीतिक ताकत का विस्तार करना चाहती है । बीजेपी ने महतारी हुंकार रैली के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं के संवेदनशील मुद्दों को छूने की कोशिश की है । महिलाएं सीधे तौर पर बिगड़े कानून व्यवस्था की सॉफ्ट टारगेट बनतीं हैं। प्रदेश में शराब बंदी लागू ना होना पहले से ही एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है, जिससे सर्वाधिक महिलाएं प्रभावित होतीं हैं ।
आयोजन को विफल करने की पुरजोर कोशिश ?
कुल मिलाकर बीजेपी अपने एक स्टार नेता के माध्यम से खुद की कमजोर राजनीतिक उपस्थिति में प्राण फूंकने की कोशिश में जुटी हुई है । दूसरी ओर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी भी इस आयोजन को विफल करने की पुरजोर कोशिश में जुटी हुई है । आज का दिन यह तय करेगा कि मुख्य विपक्षी दल के तीरों का सामना सत्ताधारी पार्टी बखूबी कर पा रही है या नहीं । बहरहाल चुनावी साल से ठीक पहले बीजेपी का यह आयोजन एक बड़ा आयोजन बनकर सामने आया है । आज के आयोजन को एक संकेत के रूप में भी देखा जा सकता है । देखने वाली बात यह होगी की इस रैली के माध्यम से भाजपा रिचार्ज होती है या कांग्रेस अलर्ट ।

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