Reported By: Rajesh Raj
,Raipur News, image source: ibc24
रायपुर: Raipur News, भाजपा विधायक शकुंतला पोर्ते की जाति प्रमाण पत्र को लेकर इन दिनों विवाद खड़ा हुआ है । छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठाए हैं । इस पर छत्तीसगढ़ के मंत्री रामविचार नेताम ने प्रेम साय सिंह टेकाम पर तीखा हमला बोला है।
मंत्री नेताम ने कहा कि चुनाव हुए, शकुंतला पोर्ते विधायक भी बन गई, 2 साल बीत चुका है। क्या प्रेम साय सिंह को अब यह सब दिखाई दे रहा है? क्या वह भांग खा कर सो रहे थे ? जो अब नशा कम हुआ है तो यह सब बातें कर रहे हैं।
वहीं मंत्री रामविचार नेताम ने धान खरीदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उठाए सवाल पर भी पलटवार किया और कहा कि प्रदेश में तय समय पर धान खरीदी शुरू होगी । किसानों को किसी तरह की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है । धान खरीदी केंद्र पर कर्मचारी भी मिलेंगे, किसानों का रजिस्ट्रेशन भी होगा, उन्हें टोकन भी मिलेगा सरकार वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है । लेकिन बिचौलियों से और कोच्चियों से धान नहीं खरीदा जाएगा।
Raipur News, उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की पार्टी कोच्चियों के दम पर चलने वाली पार्टी है । फिर चाहे शराब कोचिया हो या जमीन दलाल हो। धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों की हड़ताल पर सख्त रुख अपनाते हुए मंत्री नेताम ने कहा कि खुद उन्होंने और उनके विभाग के अधिकारियों ने हड़ताली कर्मचारियों को मनाने की कोशिश की, लेकिन लगता है वह काम करने के मूड में नहीं हैं, इसलिए किसान हित में जो फैसला सरकार को लेना होगा लेंगे।
भगवान बिरसा मुंडा के 150 में वर्षगांठ वर्ष छत्तीसगढ़ में मनाया जा रहा है। इस जनजाति कौरव दिवस समारोह की कड़ी में 15 नवंबर को पूरे प्रदेश के जिलों में भगवान बिरसा मुंडा को लेकर कार्यक्रम किए जाएंगे। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र के बारे में बताया जाएगा। प्रदेश के सभी आदिवासी छात्रावास और आश्रमों में भगवान बिरसा मुंडा को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। छात्र-छात्राओं के बीच लेखन गायन जैसी प्रतियोगिता भी आयोजित कराई जाएगी।
प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री राम विचार नेताम ने बताया कि आदिवासी समाज के महापुरुषों को लेकर के कार्यक्रम किए जाएंगे। जनजातीय गौरव दिवस समारोह के अंतर्गत ही 20 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अंबिकापुर पहुंचेंगी। जहां प्रत्येक जिलों से चयनित नर्तक दलों की विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। प्रदेश के पांच विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के लोग भी उनका स्वागत करेंगे।